हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने ये भी कहा कि किसान आंदोलन मुख्य रूप से पंजाब के राजनीतिक दल कांग्रेस तथा वहां के कुछ संगठनों द्वारा प्रायोजित है. आंदोलन के नाम पर जो राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही हैं वो भी दुर्भाग्यपूर्ण है.
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चंडीगढ़: तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन (Farmer Protest) पर हरियाणा व पंजाब सरकार के बीच ठन गई है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) लगातार आरोप लगा रहे हैं कि ये किसान आंदोलन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) द्वारा प्रायोजित है और इसमें हरियाणा के किसान भाग नहीं ले रहे हैं. हालांकि हरियाणा के मुख्यमंत्री के इस आरोप से पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह सहमत नहीं हैं. उनका कहना है कि किसानों को अपनी बात कहने के लिए दिल्ली जाने से नहीं रोका जाना चाहिये था, लेकिन हरियाणा सरकार ने ऐसा कर दिखाया.
Centre has now allowed farmers to enter Delhi, yet the @mlkhattar govt. is resorting to brutal force to stop them from marching peacefully to the national capital? What's the need for such harsh measures? This barbarism needs to stop right now @mlkhattar ji.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 27, 2020
हरियाणा-पंजाब CM के बीच 'Twitter War'
मनोहर लाल खट्टर और कैप्टन अमरिंदर द्वारा एक दूसरे को निशाने पर लेने के बीच शनिवार को नया घटनाक्रम सामने आया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार दोपहर को गुरुग्राम (Gurugram) में कहा कि मैंने किसानों के मुद्दे पर अमरिंदर सिंह से छह-सात बार बात करने की कोशिश की, लेकिन वह लाइन पर नहीं आए.इसके जवाब में शाम को कैप्टन ने कहा कि मनोहर लाल झूठ बोल रहे हैं और अब वह दस बार बात करना चाहे तो भी नही करेंगे.
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CMO Punjab/@CMOPb ने किया नेतृत्व!
हरियाणा सीएम मनोहर लाल के अनुसार ऐसी अजीबो-गरीब स्थिति पहली बार हुई है, जब एक मुख्यमंत्री दूसरे मुख्यमंत्री से बात करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बात नहीं करवाई जा रही है. पिछले 6 साल में ऐसा पहली बार हुआ है अन्यथा पहले जब भी हम फोन करते तो व्यस्तता होने पर घंटे-आधे घंटे में बातचीत हो जाती थी. उन्होंने खुलकर कहा कि किसान आंदोलन के पीछे पंजाब सरकार की साजिश है. क्योंकि खुद उनके आफिस के कार्डहोल्डर आंदोलन में आगे-आगे चल रहे थे और किसानों का नेतृत्व कर रहे थे.
I've been trying to reach out to you for the last 3 days but sadly you decided to stay unreachable - is this how serious you are for farmer's issues? You're only tweeting and running away from talks, Why?
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 26, 2020
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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने ये भी कहा कि किसान आंदोलन मुख्य रूप से पंजाब के राजनीतिक दल कांग्रेस तथा वहां के कुछ संगठनों द्वारा प्रायोजित है. आंदोलन के नाम पर जो राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही हैं वो भी दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारे अधिकारी उन्हें लगातार फोन मिलाते रहे, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह का स्टाफ हर बार यही जानकारी देता कि बातचीत अभी संभव नहीं है और थोड़ी देर में बात कराते हैं.
हरियाणा सीएम ने ये भी कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर जो राजनीतिक रोटियां सेकी जा रहीं है, वो भी दुर्भाग्यपूर्ण है.
किसानों के नाम पर जो राजनीतिक रोटियां सेकने का काम किया जा रहा है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है।
केंद्र सरकार द्वारा किसानों से बातचीत की अपील की गई है, बातचीत से ही इसका हल निकलेगा।https://t.co/RjsOWLtE4H pic.twitter.com/czVKjJc6kI
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 28, 2020
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