Tonk News: टोंक के नगरफोर्ट में पुलिस कार्रवाई के दौरान ट्रैक्टर चालक विमल मीणा की मौत से हंगामा मच गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर पथराव किया. पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने पुलिस पर सवाल उठाए. आखिरकार, दो पुलिसकर्मी निलंबित हुए और परिजनों को मुआवजा व नौकरी देने पर सहमति बनी.
Trending Photos
Rajasthan News: टोंक जिले के नगरफोर्ट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर चालक विमल मीणा की संदिग्ध मौत के मामले में दूसरे दिन आखिरकार प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बन गई. जिले के एसपी विकास सांगवान ने आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. साथ ही मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने पर भी सहमति बनी.
घटना सोमवार शाम करीब 6:30 बजे की है, जब पुलिस ने मिट्टी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया और उसे थाने ले जाने की कार्रवाई कर रही थी. इस दौरान पुलिसकर्मियों की लापरवाही के चलते ट्रैक्टर चालक विमल मीणा ट्रैक्टर के नीचे दब गया और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया और ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर दूनी-नगरफोर्ट रोड पर जाम लगा दिया. रातभर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत का दौर चला, लेकिन सहमति नहीं बन पाई. मंगलवार सुबह ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया, जिसके बाद उन्होंने पथराव कर दिया. इस पथराव में कई सरकारी वाहनों के शीशे टूट गए, वहीं पुलिसकर्मियों को मौके से जान बचाकर भागना पड़ा.
गुढ़ा ने पुलिस पर साधा निशाना
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा मौके पर पहुंचे और पुलिस प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "पहले घाड़ पुलिस थाने में हिरासत में युवक की मौत हुई और अब पुलिस ने एक निर्दोष युवक को ट्रैक्टर के नीचे कुचलकर मार डाला. लेकिन हैरानी की बात यह है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही." गुढ़ा ने आगे कहा कि जब निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को सिर्फ एक थप्पड़ मारने के जुर्म में तीन महीने से जेल में रखा गया है, तो एक निर्दोष युवक को ट्रैक्टर से कुचलकर मारने वाले पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? उन्होंने मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की भी मांग उठाई.
ग्रामीणों का आरोप: जानबूझकर कुचला गया विमल
मृतक के भाई चंद्रप्रकाश मीणा ने पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा, "मेरे भाई को ट्रैक्टर से कुचलकर मारा गया है. हम न्याय चाहते हैं. दोषियों को गिरफ्तार कर फांसी दी जाए."
प्रशासन की सख्ती के बाद बनी सहमति
हालात बिगड़ते देख प्रशासन हरकत में आया और एसपी विकास सांगवान ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. इसके साथ ही उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने पर भी सहमति बन गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया और स्थिति सामान्य हुई. इस घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस प्रशासन को लेकर आक्रोश बढ़ गया है, वहीं परिजन अब भी न्याय की मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Tonk News: थाने में कैदी की मौत पर हंगामा, न्यायिक जांच को लेकर धरना
राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी. राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!
Reported By- पुरुषोत्तम जोशी