IAS Saumya Jha: राजस्थान के टोंक जिले की कलेक्टर सौम्या झा ने अपनी तत्परता और सूझबूझ से दो बड़े विवादों को शांत कर दिया. उन्होंने 20 फरवरी को होने वाले किसानों के प्रदर्शन को एक दिन पहले ही कार्रवाई करते हुए टाल दिया. कलेक्टर ने किसानों को समझाकर इस प्रदर्शन को टालने में सफलता हासिल की. किसान अपनी लंबे समय से लंबित मांगों को लेकर आवाज उठा रहे थे, लेकिन समाधान न मिलने के कारण उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट पर घेराव कर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी. यह प्रदर्शन किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा था.
टोंक जिले के किसानों ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए अपनी मांगें रखी थीं. उनकी सबसे बड़ी समस्या सूअरों की ओर से फसलों को नष्ट किए जाने की थी, जिससे किसान बेहद परेशान थे. इसके अलावा, टोल फ्री की सुविधा समेत अन्य मुद्दे भी उनकी मांगों में शामिल थे, जिन्हें लेकर कलेक्टर सौम्या झा ने किसानों को मनाया और प्रदर्शन टल गया.
टोंक जिले के किसानों ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए अपनी मांगें रखी थीं. सूअरों की ओर से फसलों को नष्ट किए जाने की समस्या और टोल फ्री की सुविधा समेत अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन की चेतावनी दी थी. लेकिन कलेक्टर सौम्या झा की कोशिशों से किसानों को मना लिया गया और प्रदर्शन टल गया.
टोंक जिले में किसानों की फसलों को जंगली सुअरों से बचाने के लिए नगर परिषद की टीम ने सूअरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है. किसानों ने नवाबपुरा, मालियों की झोपड़ियां, मेहंदवास और अमीनपुरा गांव में सूअरों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था. उन्होंने शिकायत की थी कि जंगली सुअर उनकी फसलों को तबाह कर रहे हैं. नगर परिषद की टीम ने अब सूअरों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया है, जिससे किसानों की फसलों को बचाया जा सके.
टोंक कलेक्टर के निर्देश पर नगर परिषद की टीम ने सूअरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है. यह अभियान टोंक जिले के उन क्षेत्रों में चलाया जा रहा है जहां सूअरों की समस्या सबसे ज्यादा है. हालांकि, शुरुआती प्रयासों में सफलता नहीं मिली है, लेकिन यह अभियान अब लगातार जारी रहेगा.
किसान महापंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी ने बताया कि कलेक्टर ने किसानों की समस्याओं पर ध्यान देते हुए श्मशान भूमि के आवंटन के लिए राजस्व विभाग की टीम को मौके पर निरीक्षण के लिए भेजा. इसके अलावा, कलेक्टर ने 20 किलोमीटर की सीमा के भीतर रहने वाले किसानों को टोल फ्री सुविधा देने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया. यह कदम किसानों की समस्याओं का समाधान करने में मदद करेगा.
टोंक जिले के नगर फोर्ट थाना क्षेत्र में एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा कथित रूप से एक युवक को कुचलने की घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों पर पथराव कर दिया. हालात को काबू में करने के लिए टोंक कलेक्टर सौम्या झा और एसपी विकास सांगवान ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद किया. उन्होंने ग्रामीणों की मांगों को सुना, समझाया और समाधान का भरोसा देकर मामला शांत कराया.
टोंक कलेक्टर सौम्या झा ने हाल ही में अपनी सक्रियता और सूझबूझ का परिचय दिया है. उन पर आरोप लगे थे कि यदि वह उपचुनाव के दिन समरावता गांव गई होतीं, तो वहां हुई हिंसा को टाला जा सकता था. लेकिन ताजा घटनाक्रम में उनकी सक्रिय भूमिका ने जिले में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में सफलता दिलाई है.
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