Kota News: कोटा जिले के रामगंजमंडी को जिला बनाने की मांग को लेकर लगातार 6 दिन से सांकेतिक धरना दिया जा रहा है ग्रामीण क्षेत्र से जनप्रतिनिधि धरना स्थल गांधी चौक पहुंचे,जिन्होंने रामगंज मंडी को जिला बनाने की मांग की. वही राज्य सरकार को उग्र आंदोलन करने को लेकर भी चेताया है.
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Kota News: कोटा जिले के रामगंजमंडी को जिला बनाने की मांग को लेकर लगातार 6 दिन से सांकेतिक धरना दिया जा रहा है ग्रामीण क्षेत्र से जनप्रतिनिधि धरना स्थल गांधी चौक पहुंचे,जिन्होंने रामगंज मंडी को जिला बनाने की मांग की,साथ ही जिला बनने से ग्रामीण क्षेत्र विकसित होने पर जोर दिया. वही राज्य सरकार को उग्र आंदोलन करने को लेकर भी चेताया है. वही वार्ड स्तरीय क्रम में वार्ड नं. 6 के पार्षद रामेश्वर अहीर के नेतृत्व में वार्डवासी सांकेतिक धरने पर बैठे. जिनका रामगंज मंडी जिला बनाओ संघर्ष समिति की ओर से माला पहनाकर स्वागत किया गया. वही कांग्रेस से विधायक प्रत्याक्षी बाबूलाल मेघवाल ने भी धरना देकर कांग्रेस बीजेपी और अन्य संगठनों को एकजुट कर आंदोलन में तेजी लाने और राज्य सरकार तक बात पहुंचाने पर जोर दिया.
जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा पिछले 6 दिनों ने शहर में सांकेतिक तौर पर धरना दिया जा रहा है. अभी तक धरने में वार्ड नंबर 1 से वार्ड नं. 6 के लोग धरना पर बैठे,वही क्षेत्रीय विधायक मदन दिलावर और कांग्रेस से विधायक प्रत्याक्षी बाबूलाल मेघवाल सहित सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से जुड़े लोग धरना दे रहे है.
आवश्कता बढ़ने पर जिला बनाने की मांग की
रामगंजमंडी विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रत्याक्षी बाबूलाल मेघवाल ने कहा की राज्य सरकारों ने कभी रामगंज मंडी पर ध्यान नहीं दिया. ऊपर से लेकर नीचे तक कांग्रेस सरकार है. कांग्रेस नेता होने से राज्य सरकार तक जिला बनाने की मांग पहुचाई जायेंगी. मेघवाल ने कहा की जिला बनाने की मांग पहले उठती तो अब तक जिला बन भी जाता. लेकिन अभी भी देर नहीं हुई,सभी कांग्रेस बीजेपी और सामाजिक संगठन को मिल कर एक जुटता के साथ मांग करनी होंगी.
उग्र आंदोलन के लिए ग्रामीण तैयार
धरना देने आए मंडा पंचायत के पूर्व सरपंच शंभू सिंह शक्तावत का कहना है की रामगंज मंडी को जिला बनाने के संघर्ष में ग्रामीण भी एकजुटता से साथ है. क्योंकि जिला बनाने से ग्रामीण क्षेत्र ज्यादा विकसित होंगे. जिला बनाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में उग्र आंदोलन के लिए ग्रामीण तैयार है. जब भी घोषणा होंगी ग्रामीण शहर में विरोध प्रदर्शन के लिए कूच करेंगे.