Rajasthan News: जानिए, झुंझुनूं जिले में साल 2024 में क्या खास रहा? किन बड़ी घटनाओं ने सुर्खियां बटोरी.
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Jhunjhunu News: साल 2025 का आगाज होने वाला है. 2024 में झुंझुनूं जिले में कई ऐसी घटनाएं हुई जिन्होंने इतिहास के पन्नों में अपना नाम लिखवाया है. झुंझुनूं जिले में साल 2024 में कई ऐसे घटनाक्रम भी हुए जो राजनीतिक गलियारों में आने वाले कई सालों तक याद किए जाएंगे.
14 मई को भारत सरकार के उपक्रम खेतड़ी कॉपर लिमिटेड की खदान में निरीक्षण के दौरान लिफ्ट टूटने से 14 अधिकारियों की एक टीम गहरी खदान में फंस गई. जिनको एक दिन के बाद रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया. इस हादसे में कोलकाता से आए एक अधिकारी की भी मौत हो गई थी तथा कई अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए थे.
सिंघाना में हुए सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत
वही सिंघाना में भी झुंझुनूं जिले का साल 2024 का बड़ा सड़क हादसा हुआ. 5 मई 2024 में सिंघाना के पास मिनी बस और स्कॉर्पियो की टक्कर में 4 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
साल 2024 राजनीतिक रूप से भी झुंझुनूं जिले में उथल-पुथल वाला साल रहा. 7 बार के विधायक और BJP के कद्दावर नेता काका सुंदरलाल साल का सितंबर 2024 में निधन हो गया. काका सुंदरलाल राजस्थान की विधानसभा में 7 बार MLA रहे थे. काका सुंदरलाल एक कुशल राजनेता के रूप में इलाके में अपनी पहचान रखते थे. वे 5 बार सूरजगढ़ से और 2 बार पिलानी विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे.
वे शेखावाटी के एकमात्र ऐसे नेता थे जो कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों से जीतकर विधायक बने थे.
झुंझुनू जिले में वर्ष 2024 राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण रहा. झुंझुनूं विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक बृजेंद्र ओला के लोकसभा चुनाव जीत जाने के बाद झुंझुनूं विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ.
इस उप चुनाव में बीजेपी ने 21 साल बाद जीतकर कमल खिलाया और भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र भाम्बू ने सांसद बृजेन्द्र ओला के पुत्र अमित ओला को उप चुनाव में हराकर ओला परिवार के वर्चस्व को खत्म करने में सफलता पाई.
इससे पहले भाजपा झुंझुनूं विधानसभा सीट पर 2003 में विजयी हुई थी. राजनीतिक रूप से भी वर्ष 2024 भाजपा के लिए झुंझुनूं जिले में यादगार रहा और भाजपा ने ओला परिवार के वर्चस्व को खत्म करते हुए जीत हासिल की.