टिकट विवाद पर बोलीं दीया कुमारी, मैं कुछ भी नहीं बोलूंगी, भैरोंसिंह शेखावत मेरे पिता के समान
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टिकट विवाद पर बोलीं दीया कुमारी, मैं कुछ भी नहीं बोलूंगी, भैरोंसिंह शेखावत मेरे पिता के समान

Rajasthan Election 2023: विधानसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद कई जगहों पर विरोध हो रहा है. वहीं, जयपुर में दोनों ही सीटों पर भी  विरोध है. इस पर दीया कुमारी ने कहा कि भैरोसिंह शेखावत उनके पिता समान हैं, उन्हें उम्मीद है कि वह इस चुनाव में उनका साथ देंगे .

टिकट विवाद पर बोलीं दीया कुमारी, मैं कुछ भी नहीं बोलूंगी, भैरोंसिंह शेखावत मेरे पिता के समान

Rajasthan Election 2023: विधानसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के साथ बीजेपी में असंतोष के स्वर सुनाई पड़ रहे हैं. प्रदेश की कई सीटों पर टिकट को लेकर विरोध के कारण बवाल मचा हुआ है. जयपुर में दोनों ही सीटों पर विरोध हैं, लेकिन पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह का टिकट कटने के कारण विद्याधर नगर हॉट सीट बनी हुई है.

विद्याधर नगर में सांसद दीया कुमारी को टिकट दिया तो विरोध हुआ तो पार्टी ने डैमेज कंट्रोल किया. वहीं, राजवी और दीया कुमारी दोनों ने ही विरोध के मामले पर चुप्पी साध ली है. सांसद दीया कुमारी ने नरपत सिंह राजवी के बयान पर सिर्फ इतना ही कहा कि उस परिवार से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं, भैरोसिंह शेखावत उनके पिता समान हैं, उन्हें उम्मीद है कि वह इस चुनाव में उनका साथ देंगे .

भाजपा ने विधानसभा चुनाव में 41 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. सूची जारी होने के बाद ही झोटवाड़ा और विद्याधर नगर की सीटों पर भाजपा की ओर से विरोध शुरू हो गया. झोटवाड़ा में सांसद राज्यवर्धन राठौड़ के टिकट का राजपाल सिंह शेखावत के समर्थक विरोध कर रहे हैं. 

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वहीं, विद्याधर नगर में तो विरोध को लेकर पूर्व उपराष्ट्रपति स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी का एक मीडिया में बयान प्रकाशित हुआ. इसमें उन्होंने दीया कुमारी को लेकर कहा कि पता नहीं मुगलों के आगे घुटने टेकने और महाराणा प्रताप के खिलाफ लड़ने वाले परिवार पर पार्टी मेहरबान क्यों हैं ? उन्हें उतार कर पार्टी क्या हासिल करना चाहती है ? हालांकि बाद में राजवी ने इस बयान का खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है. 

इधर, राजवी के इस बयान पर जब सवाल किया गया तो दीया कुमारी ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया. दीया कुमारी ने कहा कि स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत उनके पिता समान है , वह उनका सम्मान करती है, उनसे पारिवारिक रिश्ते हैं.  दादीसा और पिताजी का भैरोंसिंह से परिवार तरह जुड़ाव था. दीया ने कहा कि चुनाव के टिकट की घोषणा होने के साथ ही उनका आशीर्वाद लेने के लिए फोन भी किया और उनसे आग्रह भी किया कि वह चुनाव में उनका सपोर्ट करें और आशीर्वाद दें. राजवी ने सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है. 

विद्याधर नगर से चुनाव लड़ने पर दीया कुमारी ने कहा कि मुझे पार्टी में जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करूंगी. पहले भी सवाई माधोपुर और राजसमंद जैसी नई सीटों से चुनाव लड़ चुकी हूं. अब पार्टी ने मुझे अपने घर जयपुर से चुनाव लड़ने का मौका दिया है, हालांकि विद्याधर नगर सीट मेरे लिए नई है, लेकिन जयपुर मेरे लिए नया नहीं है. दीया कुमार नहीं बल्कि कार्यकर्ता ही चुनाव लड़ेंगे. सवाई माधोपुर और इसके बाद राजसमंद में भी कार्यकर्ताओं ने ही चुनाव लड़ा था. 

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चुनाव में चुनौती के सवाल पर दीया कुमार ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में एक अंतर होता है , स्थानीय मुद्दे होते हैं और इन्हीं मुद्दों के साथ जनता के बीच में जाएंगे. बीजेपी का के कार्यकर्ता उनके साथ इस चुनाव को लड़ेगा और कमल का फूल खिलाएगा. दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल प र कहा कि भाजपा में कमल का निशान ही मुख्यमंत्री का चेहरा है. इसके अलावा कोई दूसरा चेहरा नहीं है. पार्टी ने जो भरोसा जताया है उस पर खरा उतरते हुए विद्याधर नगर सीट को भाजपा की झोली में डालना है. 

प्रधानमंत्री मोदी की जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित सभा और रैली को लेकर दीया कुमारी ने कहा कि अभी तक उनके पास इसकी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विद्याधर नगर में चुनावी सभा करते हैं तो उनके लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं होगी. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश के नहीं बल्कि विश्व के लोकप्रिय नेताओं में है और अगर वह उनके विधानसभा क्षेत्र में सभा करते हैं, तो इससे बड़ी और अच्छी बात क्या हो सकती है. 

डैमेज कंट्रोल की कोशिश
उधर नरपत सिंह राजवी की टिकट कटने के बाद उठे असंतोष को शांत करने में पार्टी जुट गई है. यही वजह है कि प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह आज सुबह ही नरपत सिंह राजवी से मिलने उनके आवास पर गए. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच में करीब 35 मिनट की चर्चा हुई. राजवी ने कहा कि वो लगातार तीन बार से जीत रहे हैं. हर बार जीत का अंतर बढ़ रहा है और पिछले चुनाव में 34 हजार वोटों से जीत हुई थी. अरूण सिंह ने नरपत सिंह राजवी को चुप्प रहने के निर्देश दिए. इस मुलाकात के बाद नरपत सिंह राजवी की ओर से एक बयान जारी हुआ , जिसमें उन्होंने कहा कि समाचार पत्र अथवा न्यूज़ चैनल में कोई भी बयान उन्होंने नहीं दिया है. वह 23 अक्टूबर को स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के जन्म दिवस के उपलक्ष में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर बैठक में व्यस्त हैं. मीडिया से अगर बात करनी होगी तो उसकी सूचना वह दे देंगे. दरअसल राजवी का लेटर उस वक्त आया जब समाचार पत्रों में राजवी के नाम से दीया कुमारी और पार्टी के खिलाफ में बयान छपा. 

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