Dungarpur News: डूंगरपुर जिले के कोतवाली थाने में सीआई भगवानलाल और एसआई अमृतलाल के तबादले पर अनोखी विदाई दी गई. घोड़े पर बिठाकर बैंड-बाजे के साथ शहर में जुलूस निकाला गया, जिसमें पुलिसकर्मी और शहरवासी शामिल हुए. फूल-मालाओं और तिलक से सम्मानित करते हुए देशभक्ति गानों पर जमकर नृत्य हुआ. दोनों अधिकारियों के सामाजिक और कानूनी योगदान को सराहा गया. यह डूंगरपुर में पहली बार हुआ, जिसने पूरे शहर में चर्चा का विषय बना दिया.
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Rajasthan News: डूंगरपुर जिले के कोतवाली थाने में सोमवार शाम को एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जब सीआई भगवानलाल और एसआई अमृतलाल के तबादले के बाद उन्हें धूमधाम से विदाई दी गई. डूंगरपुर से चित्तौड़गढ़ जिले के लिए स्थानांतरित हुए इन दोनों अधिकारियों को घोड़े पर बैठाकर बैंड-बाजे के साथ शहर में विदाई जुलूस निकाला गया. इस दौरान पुलिसकर्मियों और शहरवासियों ने उन्हें फूल-मालाओं और तिलक से सम्मानित किया.
कोतवाली थाने में आयोजित इस विदाई समारोह में पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारियों के प्रति सम्मान और स्नेह का अनूठा प्रदर्शन किया. जुलूस के दौरान देशभक्ति गानों की धुनों पर पुलिसकर्मी झूमते और नाचते नजर आए. इस अद्वितीय विदाई में न केवल पुलिसकर्मियों ने भाग लिया, बल्कि शहर के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए. उन्होंने दोनों अधिकारियों को फूल-मालाएं पहनाई और तिलक लगाकर उनके प्रति आभार प्रकट किया.
डूंगरपुर में पहली बार किसी पुलिस अधिकारी को घोड़े पर बिठाकर इस तरह से विदाई दी गई. इस परंपरागत और भव्य विदाई ने पूरे शहर का ध्यान आकर्षित किया और यह चर्चा का विषय बन गई. विदाई जुलूस में शामिल दोनों अधिकारी भी घोड़े पर सवार होकर खुशी से झूमते हुए नजर आए.
शहर कोतवाल भगवानलाल और एसआई अमृतलाल ने अपने कार्यकाल के दौरान सामाजिक सरोकार और कानून-व्यवस्था को लेकर कई सराहनीय कार्य किए. उनके प्रयासों से न केवल कानून व्यवस्था मजबूत हुई, बल्कि समाज के प्रति उनकी सेवाओं को भी खूब सराहा गया. विदाई समारोह के दौरान उनके योगदान को याद किया गया और पुलिसकर्मियों ने गुलाल उड़ाकर उनके प्रति अपनी भावनाएं प्रकट कीं.
डूंगरपुर में यह अनोखी विदाई न केवल पुलिस विभाग के लिए यादगार बन गई, बल्कि यह शहरवासियों के दिलों में भी लंबे समय तक बनी रहेगी.
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