Dholpur online fraud news: राजस्थान के धौलपुर में आईटी प्रोफेशनल युवती ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गई. बताया जा रहा है कि वैवाहिक वेबसाइट पर डिटेल साझा कर विदेशी शख्स से दोस्ती कर 10 लाख रुपये गंवा दी.
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Online fraud in Dholpur : राजस्थान में ऑनलाइन ठगी की लगातार वारदातें सामने आ रही हैं. जहां आम व्यक्ति से लेकर बड़े अधिकारी भी इनका शिकार हो चुके हैं. इसके बाद भी लोग इनके जाल में फंस कर अपनी मेहनत की कमाई गवां रहे हैं.
ताजा मामला धौलपुर का है जहां एक आईटी प्रोफेशनल युवती ऑनलाइन ठगी का शिकार बन गई. बताया जा रहा है कि वैवाहिक वेबसाइट पर डिटेल झांसा करने के बाद युवती की गंवा कथित विदेशी शख्स परिचय हो गया और उसने फिर गिफ्ट का झांसा दिया. कीमती गिफ्ट लेने के लिए परिचित शख्स के गिरोह के अन्य साथी फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर वार्ता की और लाखों रुपए ड्यूटी (टैक्स) जमा करा ली.
युवती को जब ठगी का अहसास हुआ तो उसने रकम वापस मांगी तो गिरोह ने झांसा देकर उससे फिर से राशि जमा करवा ली. इस तरह गिरोह ने करीब 10 लाख रुपए करीब ऐंठ लिए.
पीड़िता ने बाद में स्थानीय साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. साइबर टीम ने जांच करते हुए उसकी करीब एक लाख रुपए से अधिक की राशि को होल्ड करवा दिया. उधर, साइबर टीम ने गिरोह के कुछ लोगों को चिह्नित किया है.
सूत्रों के अनुसार धौलपुर जिला निवासी युवती बेंगलुरु में आईटी प्रोफेशनल है. गत दिनों मैरिज ब्यूरो वेबसाइट पर युवती ने डिटेल अपडेट की. जिसके बाद किसी अनजान शख्स ने उससे बात की और फिर दोनों के बीच दोस्ती हो गई. उस शख्स ने विदेश में नौकरी बताया. इसके कुछ दिन बाद ही अनजान शख्स ने युवती को कुछ गिफ्ट भेजने का संदेश भेजा.
इसके बाद युवती के बाद फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर मुंबई से फोन आता है कि उक्त सामान छुड़ाने के लिए आपको पहले ड्यूटी चुकानी है. फोन कर्ता ने ई-मेल के जरिए पत्र व्यवहार किया. युवती ने कस्टम विभाग की खानापूर्ति मनाते हुए शुरुआत में करीब 3.50 लाख रुपए से अधिक ड्यूटी ऑनलाइन भर दी.
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इसके बाद फोन कर्ता और ड्यूटी (टैक्स) भरने की बात कहता है. जिस पर युवती को ठगी की आशंका हुई. इसके बाद युवती ने राशि वापस करने की मांग की. इस पर फर्जी कस्टम अधिकारी ने राशि वापस करने की एवज में कुछ खानापूर्ति और राशि जमा करवा ली, लेकिन राशि रिफंड नहीं हुई. इस बीच युवती करीब 9.68 लाख रुपए ऑन लाइन जमा करा चुकी थी.
ठगी का अहसास होने पर पीड़िता ने मामले को लेकर धौलपुर के साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. जिस पर साइबर टीम ने जांच शुरू की. पड़ताल में मालूम हुआ कि कोई नाइजीरियन गिरोह है और दिल्ली और विदेश से अलग-अलग जगह से ऑपरेट करते हैं. खास बात ये है कि उक्त गिरोह ठगी की राशि दूसरे खाते में ट्रांसर्फर करने की एवज में एटीएम से निकाल कर विदेश भेजते .
जिस वजह से राशि को होल्ड कराने तक काफी राशि निकल जाती है. जबकि मेवाती गिरोह एक से दूसरे फर्जी खातों में राशि जमा कराते हैं और कमीशन पर देकर राशि संबंधित खाताधारक से ले जाते हैं.