Mahakumbh Stampede: सैटेलाइट तस्वीरों ने इस तबाही के मंजर को बयां किया है. उधर घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए हैं. प्रशासन ने संगम क्षेत्र में और अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है.
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Satellite Images Kumbh 2025: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान हुए हादसे ने देशभर को हिला कर रख दिया है. बुधवार सुबह जब लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए उमड़ पड़े तो इस भीड़ ने एक भगदड़ का रूप ले लिया. इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 60 से अधिक लोग घायल हैं. डॉक्टरों की टीम लगातार घायलों का इलाज कर रही है और प्रशासन हालात को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहा है. इस बीच सैटेलाइट तस्वीरों ने इस तबाही के मंजर को बयां किया है.
दरअसल सैटेलाइट तस्वीरों में भगदड़ के पीछे की वजह साफ दिखाई दे रही है. इंडिया टुडे द्वारा जारी की गई तस्वीरों में संगम नोज (Sangam Nose) क्षेत्र में भारी भीड़ और अव्यवस्था साफ नजर आ रही है. जहां बाकी घाटों पर भीड़ अपेक्षाकृत कम दिख रही थी वहीं संगम नोज पर भक्तों का हुजूम नियंत्रण से बाहर होता दिखाई दिया.
तस्वीरों के हवाले से इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया कि गया कि संगम घाट पर संन्यासियों और अखाड़ों के स्नान के लिए जगह खाली करवाई गई थी. जिसके कारण बोतलनुमा स्थिति बन गई. जब श्रद्धालुओं को घाट पर जाने की अनुमति मिली तो अचानक भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस भगदड़ का कारण अचानक हुई भीड़ की बढ़ोतरी थी क्योंकि लोग अमावस्या के शुभ मुहूर्त में 3 बजे स्नान करना चाहते थे.
इस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने कड़ी कदम उठाते हुए भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के उपाय बढ़ा दिए हैं. प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं. हालांकि हादसे के बाद भी लाखों की संख्या में लोग संगम में स्नान करने के लिए आ रहे हैं जिससे अधिकारियों के लिए चुनौती बढ़ गई है.
जानकारी के मुताबिक बुधवार को 7.64 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया जो अब तक के किसी एक दिन में सबसे ज्यादा है. इस महाआयोजन की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी और यह 26 फरवरी तक चलेगा. अभी तक कुल 27.58 करोड़ से अधिक लोग इस महाकुंभ में शामिल हो चुके हैं.
इस दुखद घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए हैं. प्रशासन ने संगम क्षेत्र में और अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नए मार्गदर्शक नियम लागू किए हैं. इसके बावजूद भी लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लगातार पहुँच रहे हैं.