Advertisement
trendingPhotos/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2634564
photoDetails1mpcg

Photos: चंबल में बनेगा MP का 9वां टाइगर रिजर्व, इस जिले में बढ़ेगा पर्यटन और रोजगार

MP Tiger Reserve: मध्य प्रदेश को जल्द ही 9वें टाइगर रिजर्व की सौगात मिलने वाली है, सीएम मोहन यादव ने इसका ऐलान कर दिया है. 

9वां टाइगर रिजर्व

1/7
9वां टाइगर रिजर्व

सीएम मोहन यादव ने ऐलान करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश में जल्द ही 9वें टाइगर रिजर्व की स्थापना की जाएगी, इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं, क्योंकि केंद्र सरकार की तरफ से भी अनुमति मिल गई है. 

शिवपुरी को सौगात

2/7
शिवपुरी को सौगात

दरअसल, शिवपुरी जिले में स्थित माधव अभ्यारण को ही प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बनाया जाएगा. यहां भी बड़ी संख्या में टाइगर पाए जाते हैं. इस अभ्यारण का नाम वर्तमान केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के नाम पर रखा है. 

दिसंबर में मिली थी मंजूरी

3/7
दिसंबर में मिली थी मंजूरी

बता दें कि दिसंबर 2024 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की तरफ से माधव अभ्यारण को टाइगर रिजर्व बनाने की मंजूरी मिल चुकी थी, जिसके बाद यहां टाइगर भी छोड़े गए थे, यही वजह है कि अब बस नोटिफिकेशन जारी होने की देर है. 

चंबल को सौगात

4/7
चंबल को सौगात

कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट के बाद अब शिवपुरी जिले में टाइगर रिजर्व खुलना चंबल के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि इससे न केवल क्षेत्र में रोजगार बढ़ेगा इस क्षेत्र में पर्यटन भी और विकसित होगा. 

8 हैं टाइगर रिजर्व

5/7
8 हैं टाइगर रिजर्व

बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 8 टाइगर रिजर्व थे, हाल ही में मोहन सरकार ने भोपाल के पास स्थित रातापानी अभ्यारण को मध्य प्रदेश का 8वां टाइगर रिजर्व बनाया था, जबकि अब माधव अभ्यारण राज्य का 9वां टाइगर रिजर्व होगा. 

कान्हा टाइगर रिजर्व सबसे बड़ा

6/7
कान्हा टाइगर रिजर्व सबसे बड़ा

मध्य प्रदेश का कान्हा टाइगर रिजर्व प्रदेश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है, यह मंडला और सिवनी जिले में फैला हुआ है. जहां सबसे ज्यादा टाइगर पाए जाते हैं, प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्वों में हर साल पर्यटकों की भीड़ लगती है. 

एमपी में सबसे ज्यादा टाइगर

7/7
एमपी में सबसे ज्यादा टाइगर

भारत में सबसे ज्यादा टाइगर मध्य प्रदेश में पाए जाते हैं, जिसके चलते ही एमपी को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला हुआ है, साल 2022 की गणना के मुताबिक मध्य प्रदेश में 785 बाघ फिलहाल है. जबकि आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है.