हाथरस की घटना के बाद भी जनता और भक्त सबक नहीं ले रहे रहैं. आज 4 जुलाई को बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन के मौके पर हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए. कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने वीडियो जारी कर अपील की थी कि घर पर ही रहें, इसके बावजूद भक्त नहीं माने.
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Dhirendra Shastri Birthday: हाथरस की घटना के बाद भी जनता और भक्त सबक नहीं ले रहे रहैं. आज 4 जुलाई को बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन के मौके पर हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए. कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने वीडियो जारी कर अपील की थी कि घर पर ही रहें, इसके बावजूद भक्त नहीं माने. सवाल करने पर बोले यहां जन्नत सी लगती है. रिपोर्टर के पूछे जाने पर कि हाल ही में हाथरस में इतना बड़ा हादसा हुआ है जनता का कहना है कि सबकुछ बाबा की जिम्मदारी नहीं है, हमें खुद भी सुरक्षा का ध्यान रखना होगा.
बागेश्वर धाम हजारों की संख्या में लोग आज कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री के जन्मदिन में पहुंच रहे हैं. भीड़ अधिक बढ़ने के बाद धीरेन्द्र शास्त्री की अपील भी लोगो ने नहीं मानी और बाबा का जन्मदिन मनाने लगातार लोग दूर दूर से यहां पहुंचे. भीड़ बढ़ती देख पुलिस और प्रशासन भी सुरक्षा का मोर्चा संभाला है. इसके लिये पुलिस संभाग के जिलों का पुलिस बल बुलाकर यहां लगाया है. 250 से अधिक पुलिसकर्मी व्यवस्था बनाने में लगे हैं. कलेक्टर ने पांच सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की है.
वीडियो जारी कर नहीं आने की अपील की थी
हाथरस हादसे से सबक लेते हुए पं. धीरेंद्र शास्त्री ने एक दिन पहले जन्मदिन पर होने जा रहे सभी आयोजन रद्द कर दिए थे. उन्होंने वीडियो जारी कर बागेश्वर धाम के भक्तों 4 जुलाई को नहीं आने की अपील की थी. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि आप सब अपने घर से ही उत्सव मनाएं. हनुमान चालीसा का पाठ करें और पौधरोपण करें. उन्होंने कहा कि धाम में व्यापक इंतजाम किए थे, लेकिन 1 जुलाई से ही लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ आ रही है. धाम से जुड़े लोगों को 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन धाम में आने का आमंत्रण दिया है. शास्त्री ने यह भी कहा था कि गुरु पूर्णिमा के लिए व्यापक इंतजाम किए जाएंगे, ताकि धाम से जुड़े लोगों और श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो.
हाथरस में कई 121 की जान
मंगलवार को हाथरस जिले में भोले बाबा नाम से प्रसिद्ध उर्फ सूरज पाल के सत्संग में करीब 121 लोगों की मौत हो गई. सत्संग के बाद भीड़ में बाबा की चरण रज लेने की होड़ मची, जिसके बाद भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में कुछ लोग नीचे दब गए, जिनकी दम घुटने से मौत हो गई. मरने वालों में सबसे ज्यादा महिलाएं हैं. इसी हादसे से सबक लेते हुए बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री और सीहोर के पं प्रदीप मिश्रा ने अपने कार्यक्रम कैंसिल कर दिए. पं. मिश्रा ने विदिशा में चल रही कथा को बीच में स्थगित कर दिया, जबकि धीरेंद्र शास्त्री ने जन्मदिन पर लोगों से बागेश्वर नहीं आने की अपील की.