Jammu Kashmir IED: अमन के विरोधी लोग हमेशा घाटी में किसी बड़े हमले की फिराक में रहते हैं, हालांकि सेना के जवाब अपनी जान हथेली पर लेकर हमेशा उनके इरादों को नाकाम करते रहते हैं. हाल ही में जवानों ने एक बार फिर प्रेशर कुकर में रखे IED को नाकाम बना दिया है.
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Jammu Kashmir News: मंगलवार को एक महत्वपूर्ण अभियान में, सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का कामयाबी के साथ पता लगाया और उसे नाकाम भी बना दिया. जिससे कोई बड़ी घटना भी टल गई है. बताया जा रहा है कि यह IED ज़ैनापोरा उप-विभाग के काशवा चित्रगाम में प्रेशर कुकर के अंदर छिपा हुआ था.
जैसे ही सिक्योरिटी फोर्सेज़ को इसके बारे में जानकारी मिली तो तुरंत इलाके की घेराबंदी कर दी, जिससे बम निरोधक दस्ते को खतरे का सुरक्षित आकलन करने और उसे नष्ट करने में मदद मिली. सेना की प्रथम राष्ट्रीय राइफल्स (RR), शोपियां पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 178 बटालियन की कोशिशों ने इसे नाकारा बनाया और एक बड़ी त्रासदी को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
संबंधित घटनाक्रम में सुरक्षा बलों ने बाद में पुलवामा जिले में IED जैसी एक और संदिग्ध वस्तु का पता लगाया. दूसरी घटना त्राल के पिंगलिश नागवाड़ी में हुई, जिसके बाद इलाके को सुरक्षित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे भी नाकार बना दिया. विस्फोटक को नष्ट करने के लिए बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है. इस बीच स्थानीय लोगों को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए इलाके में यातायात को डायवर्ट कर दिया गया था.
बता दें कि इसस पहले जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में IED के फटने से दो सैनिक मारे गए और एक घायल हो गया. यह विस्फोट 3:30 बजे एलओसी के पास हुआ, जहां सेना के जवान गश्त कर रहे थे. तीनों सैनिकों को गंभीर अवस्था में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां एक कैप्टन समेत दो की मौत हो गई.
घटना की पुष्टि करते हुए भारतीय सेना की जम्मू में मौजूद व्हाइट नाइट कोर इकाई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,'अखनूर सेक्टर के लालेली में बाड़ पर गश्त के दौरान संदिग्ध IED विस्फोट की जानकारी मिली, जिसके नतीजे दो लोगों की मौत हो गई. हमारे सैनिक इलाके पर कब्जा कर रहे हैं और तलाशी अभियान जारी है. व्हाइट नाइट कोर दो वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करता है और श्रद्धांजलि देता है.'