Delhi Chunav 2025: बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली में भगवा लहरा ही दिया. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ का किला ढहाते हुए उनके सेट किए हर नैरेटिव को काटा और प्रचंड बहुमत से दिल्ली की सरकार में अपनी सत्ता का रास्ता साफ कर लिया. आम आदमी पार्टी (AAP) के तमाम दिग्गज नेता बुरी तरह से हार गए. इस लिस्ट में आलाकमान अरविंद केजरीवाल से लेकर मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन अपनी-अपनी विधानसभा सीट हार गए जबकि बीजेपी नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराकर दिग्गज नेता के रूप में उभरे.
- बीजेपी के लिए क्या कारगर रहा? बीजेपी ने अपने देशभर के नेताओं - मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और राजग के घटक दलों के साथ एक केंद्रित अभियान के तहत राष्ट्रीय राजधानी में विशिष्ट क्षेत्रीय समूहों तक पहुंच बनाई गई.
- आम आदमी पार्टी द्वारा दी गई मुफ्त सुविधाओं का मुकाबला ‘मोदी की गारंटी’ से हुआ, जो मतदाताओं को पसंद आई.
- आरएसएस और समान विचारधारा वाले संगठनों द्वारा जमीनी स्तर पर किया गया काम.
- केंद्रीय बजट में इनकम टैक्स में राहत का ऐलान करके मिडिल क्लास को लुभाया गया.
- बीजेपी ने स्थानीय स्तर पर अभियान चलाकर सड़कों की खराब हालत, अनियमित जलापूर्ति, वायु प्रदूषण और मोहल्ला क्लीनिकों का संचालन नहीं होने जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को उजागर किया.
- ‘आप’ के खिलाफ क्या रहा? भ्रष्टाचार के खिलाफ होने तथा सादगीपूर्ण जीवनशैली में विश्वास रखने के इसके वादों में विरोधाभास दिखा.
- भ्रष्टाचार और शराब घोटाले के कारण ‘ब्रांड’ केजरीवाल की चमक फीकी पड़ गई. शराब घोटाले में उनका और मंत्रियों का जेल जाना पड़ा.
- नागरिक सुविधाओं की कमी तथा बेहतर स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के वादे को पूरा करने में कथित विफलता ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया.
- कांग्रेस द्वारा कम से कम 14 सीट पर बेहतर प्रदर्शन ने ‘आप’ के वोट शेयर को कम किया, जिससे उसके कैंडिडेट हारे.
- शासन को लेकर बात-बात पर केंद्र से लगातार टकराव.
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