Maharashtra Politics: शिंदे ने शरद पवार की राजनीति की तुलना क्रिकेट से करते हुए कहा कि पवार साहब गुगली फेंकने में माहिर हैं जिसे समझ पाना कई बार मुश्किल होता है. कई बार तो खुद किनारे बैठे लोग या दर्शक भी उनकी गुगली को नहीं समझ पाते. हालांकि शिंदे ने खुद को अपवाद बताते हुए कहा कि मुझे अब तक उन्होंने कोई गुगली नहीं दी.
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Eknath Shinde Sharad Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति पिछले लंबे समय से लोगों को चौंकाती रही है. इस बीच एकनाथ शिंदे एक बड़े गेमचेंजर के रूप में उभरे. वे अब भले ही सीएम नहीं रह गए हों लेकिन उद्धव ठाकरे की राजनीतिक रफ्तार पर उन्होंने ब्रेक लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसी बीच दिल्ली में एक कार्यक्रम में एक ही मंच पर वे और शरद पवार मौजूद थे तो शिंदे ने इस मौके को भी दोनों हाथों से लपक लिया. शिंदे ने शरद पवार की राजनीतिक चतुराई की सराहना की साथ ही चुटीले अंदाज में उन पर कटाक्ष भी किया. उन्होंने कहा कि पवार की 'गुगली' को समझ पाना आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने कभी खुद को इसका शिकार नहीं बनने दिया. उन्होंने उद्धव को भी निशाने पर लिया.
दरअसल दिल्ली में आयोजित 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह सम्मान उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के हाथों मिला. इस दौरान सिंधिया जैसे नेता भी मौजूद थे. इस समारोह की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमें शिंदे को शरद पवार सम्मान देते दिख रहे हैं.
'पवार की गुगली को समझना आसान नहीं'
शिंदे ने शरद पवार की राजनीति की तुलना क्रिकेट से करते हुए कहा कि पवार साहब गुगली फेंकने में माहिर हैं जिसे समझ पाना कई बार मुश्किल होता है. कई बार तो खुद किनारे बैठे लोग या दर्शक भी उनकी गुगली को नहीं समझ पाते. हालांकि शिंदे ने खुद को अपवाद बताते हुए कहा कि मुझे अब तक उन्होंने कोई गुगली नहीं दी. मुझे पूरा भरोसा है कि भविष्य में भी वे मुझे गुगली नहीं देंगे.
'मोदी-शाह के नेतृत्व में महाराष्ट्र में हुआ विकास'
शिंदे ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के विकास में केंद्र सरकार का अहम योगदान रहा है. पिछले ढाई साल में राज्य में तेज गति से विकास कार्य हुए हैं और शरद पवार भी इसके गवाह रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि पवार उन्हें अक्सर फोन करते हैं और यह उनकी खासियत है कि वह राजनीतिक मतभेदों से परे जाकर रिश्ते निभाते हैं.
'शिवसेना में बढ़ रही है लोगों की दिलचस्पी'
अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर भी शिंदे ने खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जहां भी वह जाते हैं लोग शिवसेना में शामिल होने के लिए आगे आ रहे हैं. उद्धव का नाम लिए बिना उन्होंने कटाक्ष भरे लहजे में कहा कि ढाई साल पहले मैंने एक बड़ा ऑपरेशन किया था, अब छोटे-छोटे ऑपरेशन कर रहा हूं. लोग उद्धव ठाकरे की पार्टी को छोड़कर हमारी शिवसेना में आ रहे हैं." उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने चुनाव में उन्हें उनकी सही जगह दिखा दी है. साथ ही पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि वह भारत को वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनाने में जुटे हैं.
'सम्मान के साथ जिम्मेदारी भी बढ़ी'
शिंदे ने महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई और कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ सम्मान नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है. उन्होंने महादजी शिंदे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने दिल्ली के सिंहासन की रक्षा की थी और अब यह उनका कर्तव्य है कि वह महाराष्ट्र के विकास में योगदान दें.