LRP PPC आजकल क्या कर रही हैं और आने वाले चुनाव में क्या है इनका प्लान?
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LRP PPC आजकल क्या कर रही हैं और आने वाले चुनाव में क्या है इनका प्लान?

2020 में बिहार चुनाव के दौरान नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और अन्य पॉपुलर नेताओं के साथ बिहार की राजनीति में एक और नाम खासा चर्चा में रहा.

(फाइल फोटो)

Pushpam Priya Choudhary: 2020 में बिहार चुनाव के दौरान नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और अन्य पॉपुलर नेताओं के साथ बिहार की राजनीति में एक और नाम खासा चर्चा में रहा. लोग इस नाम के साथ जुड़ना तो चाहते थे लेकिन बिहार की राजनीति में जाति समीकरण का खेल कुछ ऐसा रहा है कि वह यहां कुछ खास छाप नहीं छोड़ पाईं. फिर भी उनके नाम की चर्चा चुनाव और चुनाव के बाद जमकर हुई. हम बात कर रहे हैं पुष्पम प्रिया चौधरी की. यह नाम आपको याद होगा हीं अब आप सोच रहे होंगे कि हमने LRP क्यों लिखा तो आपको बता दें कि पुष्पम प्रिया चौधरी लंदन रिटर्न पॉलिटिशियन हैं. अब बिहार के लोग जानना चाह रहे हैं कि लंबे समय से वह चर्चा में क्यों नहीं हैं और वह आजकल कहां गायब हैं. साथ ही उनका बिहार में होनेवाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर प्लान क्या है? 

पुष्पम प्रिया चौधरी 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में द प्लूरल्स पार्टी लेकर चुनाव मैदान में उतरीं और खूब लाइमलाइट में रहीं. अब वह सुर्खियों में नहीं हैं तो लोग इसकी वजह जानना चाह रहे हैं. वह बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जनता के बीच 10 साल में बिहार को बदलने का संकल्प लेकर पहुंची थी. वह दो सीटों से चुनाव लड़ रही थीं और दोनों ही सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ रहा था. 

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लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस विषय से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से पढ़ाई कर बिहार लौटी पुष्पम प्रिया चौधरी ने राजनीति की जमीन पर कदम तो रखा लेकिन उनकी राजनीति में वह धार नजर नहीं आयई या हो सकता है कि वह बिहार की चुनावी राजनीति के समीकरण को ठीक से पढ़ नहीं पाई हों. 

2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी ने बांकीपुर और बिस्फी दोनों सीटों से नामांकन कराया और चुनाव मैदान में उतर गईं लेकिन उन्हें दोनों की जगहों से हार का सामना करना पड़ा. बिस्फी सीट पर तो नोटा को भी पुष्पम प्रिया चौधरी से ज्यादा मत मिले थे. पुष्पम प्रिया चौधरी इस पार्टी से बिहार में अकेली उम्मीदवार नहीं थी उनकी पार्टी 43 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जिसपर पुष्पम ने पढ़े लिखे युवाओं को उतार था. अब पार्टी के उम्मीदवार हैर के बाद से ही बिहार में पार्टी से लोगों को जोड़ने का काम करने में लगे हुए हैं. 

पुष्पम सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के साथ सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रहती हैं. बिहार सरकार पर लगातार वह सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधती रहती हैं उनके तीखे व्यंग्य बिहार की सत्ता में बैठे लोगों पर करारा प्रहार करते रहते हैं. वह बिहार के दरभंगा की रहनेवाली हैं. पुष्पम की 12वीं तक की पढ़ाई बिहार में ही हुई. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए यूके चली गईं.  

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