Nawada News: हाय रे सिस्टम! चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था का जिंदा सबूत, मोबाइल की रोशनी में हो रहा इलाज
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Nawada News: हाय रे सिस्टम! चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था का जिंदा सबूत, मोबाइल की रोशनी में हो रहा इलाज

Nawada News: बिहार के नवादा में एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग में घोर अनियमितता देखी गई है. वह भी ऐसे मामले में जिसे देख कर हर कोई अचंभित रह जाएगा. राज्य सरकार भले ही बेहतर सुविधाओं के दावा करती है, लेकिन धरातल पर अभी भी तस्वीर नही बदली है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि बिहार के नवादा से जो तस्वीर सामने आए है, वो बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने वाली है. 

Nawada News: हाय रे सिस्टम! चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था का जिंदा सबूत, मोबाइल की रोशनी में हो रहा इलाज

Nawada News: बिहार के नवादा में एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग में घोर अनियमितता देखी गई है. वह भी ऐसे मामले में जिसे देख कर हर कोई अचंभित रह जाएगा. राज्य सरकार भले ही बेहतर सुविधाओं के दावा करती है, लेकिन धरातल पर अभी भी तस्वीर नही बदली है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि बिहार के नवादा से जो तस्वीर सामने आए है, वो बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने वाली है. जहां मोबाइल के फ़्लैश लाइट से मरीज का डॉक्टर ने इलाज किया है.

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दरअसल, मामला नवादा जिले के रजौली अनुमंडलीय अस्पताल से सामने आया है, जो सरकार के सभी दावों को फैल कर रही है. बिहार सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी जिला से लेकर अनुमंडलीय अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है. यही वजह है कि अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में सड़क दुर्घटना में घायल युवकों का मोबाइल की रोशनी से इलाज किया गया है, जबकि बिजली कटने के बाद अस्पताल में रोशनी के लिए जनरेटर की व्यवस्था उपलब्ध है. उसके बाद भी जनरेटर को चालू नही किया गया.

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इस तरह के मामले पूर्व में भी आए, मगर उसे आजतक दुरुस्त नही किया गया. नतीजा फिर से वही. इसको लेकर जब अस्पताल प्रबंधन से जानकारी लेने का प्रयास किया जाता है, तो अजीब-अजीब मामले सामने आते हैं. कभी जनरेटर तेल के अभाव में बंद रहता है, तो कभी स्टाफ नही रहने के कारण जनरेटर बंद रहता है. इस विषय पर जब-जब सिविल सर्जन से बात किया गया है, तब एक ही जवाब मिलता है कुछ दिन में व्यवस्था को सुधार दिया जाएगा, लेकिन अस्पताल में फैले अव्यवस्था में कोई सुधार नही हुआ है. ऐसे में लोगों का सवाल यही है कि आखिर कब तक अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था में सुधार किया जाएगा?

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बताया जाता है सड़क दुर्घटना में घायल युवक बाइक से सिरदला से रजौली अपने ससुराल आ रहा था और इसी बीच गाड़ी अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जिसे आनन-फानन में इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक राघवेंद्र भारती सभी घायलों का मोबाइल की रोशनी में प्राथमिक इलाज कर बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया.

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