Rahul Gandhi and Akhilesh Yadav News: क्या यूपी के दोनों लड़कों की जोड़ी में फिर से ब्रेक अप होने जा रहा है. हालात देखें तो आसार तो कुछ ऐसी ही लग रहे हैं. आखिर ऐसी क्या वजह है, जिसने 3 महीने में ही दोनों दलों में दूरी ला दी.
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Akhilesh Yadav and Rahul Gandhi UP News: क्या उत्तर प्रदेश में दो लड़कों की जोड़ी टूटने वाली है. दरअसल यूपी में दिन पे दिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को लेकर ऐसी खबरें आ रही है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों के बीच कुछ तो गड़बड़ है. सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव में 10 सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक राहुल गांधी और अखिलेश यादव दो कदम भी नहीं चल पाए हैं. जबकि गठबंधन को 6 महीने हो चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि आगे बात बिगड़ सकती है. अभी मामला कहां तक पहुंचा है..वो जानिए.
यूपी के फूलपुर में भिड़ गए कांग्रेसी कार्यकर्ता
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक साथ बीजेपी से कैसे लड़ पाएगी, जबकि उसके नेता आपस में ही लड़ रहे हैं. यूपी के फूलपुर में जहां उपचुनाव होना है..वहां कांग्रेस के संविधान सम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ. मंच के सामने कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए. कार्यकर्ता एक-दूसरे पर मुक्के बरसा रहे थे. ये सबकुछ मंच से यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय देख रहे थे.
लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कांग्रेस को उम्मीद से ज्यादा सीटें दी थी. लोकसभा चुनाव प्रचार के वक्त की है, तब राजनीतिक नफा-नुकसान के लिए दोनों एक साथ आए थे..लेकिन अब उसी राजनीतिक नफा-नुकसान के लिए दोनों एक-दूसरे का हाथ छोड़ सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि विधानसभा उपचुनाव से पहले दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट सकता है और इसकी वजह बनेगा उपचुनाव में सीटों का बंटवारा. कांग्रेस जितनी सीट मांग रही है, अखिलेश यादव उसे इतनी सीट देने को ही नहीं तैयार हैं.
क्या यूपी में टूट जाएगी दो लड़कों की जोड़ी
असल में यूपी में 10 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है. इसके लिए कांग्रेस 50-50 सीट शेयरिंग फॉर्मूला चाहती है यानी 5-5 सीटों पर दोनों दल लड़ें लेकिन अखिलेश यादव कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीटें देने को तैयार ही नहीं हैं. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव...राहुल गांधी से हरियाणा और जम्मू कश्मीर का बदला लेने की तैयारी कर रहे हैं .
समाजवादी पार्टी..अपनी पार्टी का विस्तार करना चाहती है. इसी कोशिश में अखिलेश यादव ने हरियाणा और जम्मू कश्मीर में राहुल गांधी से सीट की मांग की थी. लेकिन राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी हरियाणा और जम्मू कश्मीर में एक भी सीट नहीं दी. जिसके बाद मजबूरी में अखिलेश यादव ने जम्मू कश्मीर में अपने दम पर उम्मीदवार उतारे.
अखिलेश पर दबाव बनाने की कोशिश में कांग्रेस
राहुल गांधी से मिला ये धोखा अखिलेश शायद ही भूले होंगे और हो सकता है कि यूपी के उपचुनाव में कांग्रेस को यही सबक सिखाना चाहते हैं. वहीं बीजेपी अखिलेश और राहुल की कथित दोस्ती पर कटाक्ष कर रही है. वैसे कांग्रेस ने भी अखिलेश यादव पर दबाव बनाने की रणनीति भी तैयार कर ली है. यूपी में कांग्रेस ने उन सभी 10 सीटों पर प्रभारी और पर्यवेक्षकों की तैनाती कर दी है, जहां-जहां उपचुनाव होने वाले हैं.
कांग्रेस ने 10 सीटों के लिए प्रत्याशियों के आवेदन मंगाने भी शुरू कर दिए हैं. इसके जरिए कांग्रेस ने अखिलेश तक ये संदेश पहुंचाने की कोशिश की है कि वो 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. लोकसभा चुनाव में अखिलेश ने कांग्रेस को 17 सीटें दी थीं, जिसमें कांग्रेस 6 पर जीती थी. इसके बाद कहीं न कहीं अखिलेश यादव के कारण ही य़ूपी में अस्तित्व खोने की कगार पर खड़ी कांग्रेस पार्टी को संजीवनी मिली थी. अब विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस...अखिलेश यादव से उसी दरियादिली की उम्मीद जता रही है. साथ ही साथ उन्हें अकेले उपचुनाव लड़ने का तेवर भी दिखा रही है.
(प्रयागराज से मोहम्मद गुफरान की रिपोर्ट)