America News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निर्वासन नीति की चर्चा पूरी दुनिया में है. इसके पीछे की क्या वजह है और किस वजह से ट्रंप सख्ती दिखा रहे हैं उन्होंने ये बात बताई है.
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America News: डोनाल्ड ट्रंप कुर्सी संभालने के बाद से ही लगातार आक्रामक रवैये में है. पूरी दुनिया में निर्वासन नीति और टैरिफ को लेकर चर्चा में हैं. भारत में निर्वासितों का कई जत्था पहुंचा. वहां से आने वाले लोगों के हाथों में हथकड़ियां लगी थी जिसपर देश भर से प्रतिक्रिया आई थी. इसी बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध विदेशी नागरिकों के बड़े पैमाने पर निर्वासन के अपने फैसले को सही ठहराया है और ये बात कही है.
इसलिए भेजा जा रहा देश से बाहर
ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए धोखेबाजों, ठगों और ‘डीप स्टेट’ नौकरशाहों (बाहरी ताकतें जो सरकार के निर्णयों को प्रभावित कर सकती हैं) को घर भेज रहा है. ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के बड़े पैमाने पर निर्वासन को अपनी प्रमुख नीति बना लिया है. वाशिंगटन के बाहर ‘कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस’ (सीपीएसी) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “धोखेबाजों, झूठों, बेईमानों, वैश्विकतावादियों और ‘डीप स्टेट’ नौकरशाहों को बाहर भेजा जा रहा है.
उन्होंने कहा, “अवैध विदेशी अपराधियों को घर भेजा जा रहा है. हम भ्रष्टाचार को खत्म कर रहे हैं और लोगों का शासन बहाल कर रहे हैं. ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ के अनुसार, 2022 तक, अनधिकृत अप्रवासी कुल अमेरिकी आबादी का 3.3 प्रतिशत और विदेश में जन्मी आबादी के 23 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालने के बाद से ही अमेरिकी आव्रजन प्रणाली के कुछ हिस्सों में आमूलचूल परिवर्तन करने का काम शुरू कर दिया है तथा “बड़े पैमाने पर निर्वासन” और गिरफ्तारियों का आश्वासन किया है. होमलैंड सुरक्षा विभाग ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि तीन फरवरी तक उसके एजेंटों ने 8,768 लोगों को गिरफ्तार किया था. (भाषा)
तीन खेप पहुंची है भारत
निर्वासन पर ट्रंप की सख्ती इसी बात से पता चलती है कि उन्होंने भारत में तीन खेप में अवैध प्रवासियों को पहुंचाया. इसमें पहली खेप में 104 लोग अमृतसर पहुंचे थे. जबकि दूसरी खेप में 119 और तीसरी खेप में 112 लोग आए थे. इन लोगों को हथकड़ियों से बांधकर जंबो जेट से पहुंचाया गया था. इन्हें भेजने के तरीके पर जमकर सियासत हो रही थी. विपक्ष ने यहां तक कहा था कि वो कोई अपराधी नहीं है जो उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है.