यूरोप में पिछले कुछ समय से डेंगू बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यूरोपीय सेंटर और नियंत्रण केंद्र यानी ECDC की चेतावनी के अनुसार, इस बीमारी के पीछे एक खतरनाक मच्छर 'टाइगर मच्छर' का हाथ है.
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यूरोप में पिछले कुछ समय से डेंगू बुखार के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिसने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है. इस बीमारी के पीछे एक खास तरह के मच्छर को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है - एडिस अल्बोपिक्टस, जिसे आम भाषा में 'टाइगर मच्छर' कहा जाता है.
यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ECDC) के अनुसार, 2023 में यूरोपीय संघ के 13 देशों में डेंगू बुखार के 130 मामले सामने आए थे. यह संख्या 2022 के 71 मामलों से काफी ज्यादा है. विदेश यात्रा के दौरान डेंगू से संक्रमित होने वाले मामलों में भी भारी बढ़ोतरी देखी गई है. 2023 में 4900 से ज्यादा मामले सामने आए, जबकि 2008 से अब तक की निगरानी में यह संख्या 1572 ही थी.
टाइगर मच्छर का खतरा
टाइगर मच्छर को दुनिया का सबसे आक्रामक मच्छर माना जाता है. यह दिन के किसी भी समय काट सकता है और डेंगू बुखार के अलावा चिकनगुनिया और जीका वायरस जैसी गंभीर बीमारियों को भी फैला सकता है. टाइगर मच्छरों का तेजी से फैलना जलवायु परिवर्तन का एक परिणाम माना जा रहा है. हॉट और ह्यूमिड क्लाइमेट इन मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल होता है. ECDC का कहना है कि टाइगर मच्छर पहले से ही यूरोप के 13 देशों में स्थापित हो चुके हैं और जलवायु परिवर्तन के कारण इनके और फैलने का खतरा बना हुआ है.
क्या कर सकते हैं आप?
यूरोप में बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें. घरों के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. गमलों की तली में जमा पानी, टूटे हुए बर्तनों और टायरों में जमा पानी को साफ करें, जहां मच्छर अंडे दे सकते हैं. बाहर निकलते वक्त पूरी बांह की शर्ट और पूरी लंबाई वाली पैंट पहनें. मच्छर निरोधक क्रीम या स्प्रे का इस्तेमाल करें. यदि आपको बुखार, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी या मिचली जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. यूरोपीय देशों के स्वास्थ्य विभाग भी इस समस्या से निपटने के लिए सक्रिय हो गए हैं. मच्छरों के नियंत्रण के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. साथ ही, लोगों को डेंगू बुखार के प्रति जागरूक किया जा रहा है. समय रहते सतर्कता और बचाव के उपायों से यूरोप में डेंगू बुखार के प्रसार को रोका जा सकता है.