5 मिनट सीढ़ियां चढ़ते ही हांफने लगते हैं? तो भाई ये आलस नहीं, खतरनाक बीमारी का हो सकता है संकेत
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5 मिनट सीढ़ियां चढ़ते ही हांफने लगते हैं? तो भाई ये आलस नहीं, खतरनाक बीमारी का हो सकता है संकेत

अगर सीढ़ियां चढ़ते ही आपकी सांस फूलने लगती है, दिल तेजी से धड़कने लगता है और शरीर में थकावट महसूस होती है, तो इसे सिर्फ आलस समझकर नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है.

5 मिनट सीढ़ियां चढ़ते ही हांफने लगते हैं? तो भाई ये आलस नहीं, खतरनाक बीमारी का हो सकता है संकेत

अगर सीढ़ियां चढ़ते ही आपकी सांस फूलने लगती है, दिल तेजी से धड़कने लगता है और शरीर में थकावट महसूस होती है, तो इसे सिर्फ आलस समझकर नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है. यह दिल, फेफड़ों या ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है.

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर थोड़ी भी शारीरिक मेहनत से सांस फूलने लगे, तो यह दिल की बीमारी, फेफड़ों की समस्या, एनीमिया या हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का लक्षण हो सकता है. यह समस्या मोटापा, गलत लाइफस्टाइल और शारीरिक निष्क्रियता से भी जुड़ी हो सकती है. अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो भविष्य में यह गंभीर रूप ले सकती है. आइए जानते हैं कि सीढ़ियां चढ़ते ही हांफने लगना किस बीमारी का संकेत हो सकता है.

1. दिल की बीमारी
अगर आपके दिल की धड़कन सीढ़ियां चढ़ते ही तेज हो जाती है और सांस फूलने लगता है, तो यह दिल की बीमारियां जैसे- कोरोनरी आर्टरी डिजीज या हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है. कोरोनरी आर्टरी डिजीज में दिल की नसों में रुकावट आ जाती है, जिससे शरीर को ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं मिल पाती. वहीं, हार्ट फेलियर में आपका दिल खून को सही तरीके से पंप नहीं कर पा रहा, तो थोड़ी भी मेहनत करने पर सांस फूल सकती है.

2. फेफड़ों से जुड़ी बीमारी
* क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): यह बीमारी फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है.
* अस्थमा: अगर आपको पहले से अस्थमा है और थोड़ी देर चलने पर भी सांस फूल रही है, तो यह स्थिति बिगड़ने का संकेत हो सकता है.
* फेफड़ों में संक्रमण (Pneumonia या टीबी): लंबे समय तक सांस फूलने की समस्या टीबी या निमोनिया जैसी बीमारियों से भी जुड़ी हो सकती है.

3. एनीमिया (खून की कमी)
* शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने से मांसपेशियों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे थोड़ी मेहनत में ही थकान और सांस फूलने लगती है.
* महिलाओं में आयरन की कमी या खून की कमी (एनीमिया) के कारण भी यह समस्या हो सकती है.

4. मोटापा और लाइफस्टाइल फैक्टर्स
* शारीरिक निष्क्रियता: अगर आप लंबे समय से कोई फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर रहे हैं, तो शरीर की स्टैमिना घट जाती है, जिससे थोड़ी मेहनत में ही हांफने लगते हैं.
* मोटापा: शरीर पर अतिरिक्त चर्बी का भार बढ़ने से दिल और फेफड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है.

क्या करें?
* रोजाना एक्सरसाइज करें. धीरे-धीरे वॉकिंग और सीढ़ियां चढ़ने की आदत डालें.
* हार्ट और फेफड़ों की जांच कराएं. सांस फूलने की समस्या लगातार बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह लें.
* आयरन और विटामिन-रिच फूड्स खाएं. हरी सब्जियां, अनार और ड्राई फ्रूट्स से शरीर में खून की कमी को पूरा करें.
* धूम्रपान और अल्कोहल से बचें. ये फेफड़ों और दिल को कमजोर कर सकते हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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