UP Richest Man: यूपी का सबसे अमीर शख्स 12000 करोड़ रुपये की दौलत का मालिक है. कभी साइकिल पर सर्फ-साबुन बेचने वाला आज करोड़ों-अरबों की कंपनी चला रहे हैं.
UP Richest Man: अगर आपसे कोई सबसे अमीर शख्स का नाम पूछेगा तो आप फट से एलन मस्क के बारे में बता देंगे. कोई भारत के सबसे अमीर व्यक्ति के बारे में पूछे तो बेझिझक रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी का नाम लेंगे, लेकिन क्या आपको उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर शख्स का नाम पता हैं? यूपी के इस शख्स के पास 12000 करोड़ रुपये की अथाह दौलत हैं, लेकिन ये दिखावे और लाइम लाइट से दूर रहता हैं.
देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश (यूपी) के सबसे रईस शख्स के पास करोड़ों की दौलत हैं. इतनी दौलत कि उन्हें हुरुन की ग्लोबल रिच लिस्ट 2024 में जगह मिली है. इस लिस्ट के मुताबिक कानपुर के मुरलीधर ज्ञानचांदनी यूपी के सबसे अमीर आदमी हैं. उनके पास न तो भारी भरकम डिग्रियां हैं और न ही वो किसी सॉफ्टवेयर या फाइनेंशियल फर्म के मालिक नहीं हैं. सर्फ-साबुन बेचकर इस शख्स ने करोड़ों की कमाई की है.
कानपुर के मुरलीधर ज्ञानचांदनी ऐसा प्रोडक्ट बनाते हैं जो आज घर-घर में इस्तेमाल किए जाते हैं. इतना ही नहीं यह प्रोडक्ट अपने सेग्मेंट में देश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड भी बन चुका है. घड़ी डिटर्जेंट के मालिक मुरलीधर ज्ञानचंदानी ने देशभर में अपनी पहचान बनाई है. रोहित सरफैक्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (RSPL) ग्रुप के मालिक सिंपल और बिना दिखावे वाली लाइफ जीते हैं.
मुरली धर ज्ञानचंदानी को साबुन का बिजनेस अपने पिता दयालदास ज्ञानचंदानी से विरासत में मिला. थोड़ी बहुत जमा पूंजी से घर में उन्होंने ग्लिसरीन का इस्तेमाल कर साबुन बनाने का काम किया मुलरीधर ने 22 जून, 1988 को RSPL की स्थापना की और इसी धर्म के तहत घड़ी डिटर्जेंट पाउडर, साबुन जैसे प्रोडक्ट बनाना शुरू किया.
छोटी सी फैक्ट्री में डिटर्जेंट बना तो लिया, लेकिन कानपुर के शास्त्री नगर में रहनेवाले मुरलीधर के पास अब समस्या थी कि इसे बेचे कैसे, सेल्स नहीं बढ़ने से दिक्कत बढ़ने लगी. उन्होंने खुद इसकी जिम्मेदारी उठाई और साइकिल पर अपना सर्फ-साबुन लेकर गली-गली बेचने निकल गए. वो दौर निरमा और व्हील्स जैसे ब्रांड का था. लोग इसके प्रोडक्ट पर भरोसा नहीं कर पा रहे थे.
लोगों को भरोसा दिलाने के लिए उन्होंने टैगलाइन बनाई. ‘पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें’ टैगलाइन के साथ मुरलीधर से मार्केटिंग का नया दांव चला जो चल गया. लोगों को यह टैगलाइन अपीलिंग लगी और भरोसा बढ़ा. जिस दौर में डिटर्जेंट मार्केट पर विदेशी कंपनियों और निरमा जैसे बड़े ब्रांड का दबदबा था मुरलीधर के देसी सर्फ ने वहां जगह बनाई. साईकिल से सर्फ-साबुन बेचने वाले ने जल्द ही करोड़ों की कंपनी बना ली.
धीरे-धीरे कंपनी के घड़ी डिटर्जेंट पाउडर की सालाना उत्पादन क्षमता आठ लाख मीट्रिक टन से भी अधिक पर पहुंच गया. अब कंपनी सर्फ-साबुक के अलावा होमकेयर मार्केट में भी बढञने लगी. हेयर ऑयल, शैंपू, हैंड वाश, टूथपेस्ट, शेविंग क्रीम, फ्लोर क्लीनर और टॉयलेट क्लीनर जैसे प्रोडक्ट्स बनने लगे.
घड़ी डिटर्जेंट की कामयाबी ने मुरलीधर ज्ञानचंदानी का खजाना भर दिया. 12000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ उनकी गिनती न केवल यूपी के सबसे अमीर उद्योगपति के तौर पर होती है देश में 149वें अरबपति कारोबारी का नाम हुरुन लिस्ट में शामिल किया गया. FMCG बाजार की सबसे तेजी से बढ़ती इस कंपनी केघड़ी डिटर्जेंट के ब्रांड एंबेसडर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़