एक नहीं दो बार टूटा दिल, उस दर्द को मेहनत में उतारा, पटना का ये बिगड़ैल लड़का ऐसे पहुंचा लबासना, पढ़िए IAS आदित्य की कहानी
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एक नहीं दो बार टूटा दिल, उस दर्द को मेहनत में उतारा, पटना का ये बिगड़ैल लड़का ऐसे पहुंचा लबासना, पढ़िए IAS आदित्य की कहानी

IAS Story: इस बिगडै़ल माने जाने वाले ने लड़के ने UPSC 2022 में ऑल इंडिया रैंक 48 हासिल कर अपने आलोचकों को जवाब दिया. आदित्य आज लाखों यूपीएससी एस्पिरेंट्स के लिए मिसाल बन गए हैं. पढ़िए आईएएस आदित्य पांडे की सफलता की कहानी....

एक नहीं दो बार टूटा दिल, उस दर्द को मेहनत में उतारा, पटना का ये बिगड़ैल लड़का ऐसे पहुंचा लबासना, पढ़िए IAS आदित्य की कहानी

IAS Aditya Pandey Success Story: आपको राजकुमार राव और कृति खरबंदा की बॉलीवुड फिल्म "शादी में जरूर आना" तो याद होगी. साल 2017 में आई इस फिल्म की कहानी ऐसे टूटे दिल के आशिक के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी होने वाली पत्नी के छोड़कर भाग जाने के बाद, उस धोखे का जवाब आईएएस बनकर देता है. ऐसी ही एक रियल लाइफ सक्सेस स्टोरी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं.

बिहार के आदित्य पांडे की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है. प्यार में धोखा खाने के बाद उन्होंने अपनी जिंदगी को एक नई दिशा देने का फैसला किया और IAS अधिकारी बनकर सफलता की मिसाल कायम की. 

बचपन की शरारतों से लेकर शुरुआती संघर्ष तक
पटना जिले के एक छोटे से गांव बिशुनपुर पकड़ी के रहने वाले आदित्य का बचपन शरारतों से भरा था. उनकी शैतानियों से परेशान होकर परिवारवालों ने उन्हें बहन के पास जामनगर भेज दिया. 8वीं और 9वीं तक पढ़ाई में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन 10वीं में पहला प्यार हुआ और उनका रिजल्ट खराब हो गया. पिता ने उन्हें वापस पटना बुला लिया. आदित्य के एक शिक्षक ने तो उनके पिता से यहां तक कह दिया कि आदित्य अगर पढ़ाई कर कुछ बड़ा कर लेंगे, तो वे अपनी मूंछ मुंडवा लेंगे. इसके बाद आदित्य को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए भेजा गया.

प्यार और असफलताओं का सिलसिला
इंजीनियरिंग के दौरान आदित्य का पहला ब्रेकअप हुआ. उन्होंने इसे भुलाने की कोशिश की, लेकिन इसका असर उनकी पढ़ाई और मनोदशा पर पड़ा. इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद उन्होंने प्राइवेट नौकरी शुरू की, लेकिन जल्द ही छोड़ दी. इसके बाद उन्होंने CAT 2015 में 95 पर्सेंटाइल हासिल किया, जिसके बाद उन्हें आईआईटी रुड़की में MBA कोर्स में दाखिला मिल गया.

गर्लफ्रेंड के धोखे से मिली प्रेरणा
एमबीए की पढ़ाई के दौरान उन्हें दूसरी बारे प्यार हुआ, जो केवल छह महीने तक चला. इस बार भी उन्हें धोखा मिला. यह अनुभव उनके लिए दर्दनाक था, लेकिन उन्होंने इसे अपनी प्रेरणा बना लिया. गुस्से में उन्होंने ठान लिया कि अब IAS बनकर दिखाना है.

UPSC की तैयारी और असफलताओं का दौर
आदित्य ने पहली बार बिना तैयारी के UPSC 2020 की परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे. इसके बाद उन्होंने पूरे मन से तैयारी शुरू की. UPSC 2021 में भी उन्हें असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उनके पास केवल चार अटेम्प्ट थे, जिनमें से दो असफल हो चुके थे. आदित्य ने अपने तीसरे अटेम्प्ट में पूरी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ UPSC 2022 की तैयारी की. उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने प्रीलिम्स और मेंस दोनों में सफलता हासिल की.

इंटरव्यू और सफलता की कहानी
आदित्य ने इंटरव्यू में पूछे गए सवालों के अनुभव साझा किए. उनसे रामचरितमानस और कोरियन ड्रामा के बारे में सवाल किए गए, जिसे उन्होंने बेहतरीन तरीके से जवाब दिया. इंटरव्यू में उन्हें 190 अंक मिले, जिससे उनकी कुल रैंकिंग में सुधार हुआ.आखिरकार, उन्होंने 1012 अंकों के साथ ऑल इंडिया रैंक 48 हासिल की. उनकी मेहनत उन्हें मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) तक ले गई.

युवाओं के लिए प्रेरणा
आदित्य का कहना है कि ब्रेकअप एक क्षणिक प्रेरणा हो सकती है, लेकिन IAS बनने के लिए लॉन्ग-टर्म मोटिवेशन होना बहुत जरूरी है, उसके बिना सफलता निश्चित नहीं है. उनका जीवन संघर्ष और सफलता का ऐसा उदाहरण है, जो हर युवा को प्रेरित करता है.

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