बिहार के 'बर्ड मैन'; पक्षियों की सेवा में समर्पित कर दी जिंदगी, रंजीत ने किसी और को नहीं बनाया अपने सुख-दुख का साथी
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बिहार के 'बर्ड मैन'; पक्षियों की सेवा में समर्पित कर दी जिंदगी, रंजीत ने किसी और को नहीं बनाया अपने सुख-दुख का साथी

Bihar News: आज जब लोगों के पास खुद अपने लिए समय नहीं बचता. वहीं, कुछ प्रकृति प्रेमी ऐसे हैं जो कि जानवरों की सेवा करके प्रेम का संदेश देने रहे हैं. मिलिए एक ऐसे ही शख्स से, जिन्हें बर्ड मैन ऑफ बिहार के नाम से जाना जाता है...

बिहार के 'बर्ड मैन'; पक्षियों की सेवा में समर्पित कर दी जिंदगी, रंजीत ने किसी और को नहीं बनाया अपने सुख-दुख का साथी

Bird Man Ranjit Paswan: जब दुनिया बहुत ही बिजी लाइफ स्टाइल जी रही है और रिश्तों के लिए समय निकालना मुश्किल हो गया है, ऐसे में बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले रंजीत पासवान ने पक्षियों से अपने अटूट प्रेम से एक मिसाल कायम की है.  45 वर्षीय रंजीत ने अपनी जिंदगी पक्षियों की सेवा में समर्पित कर दी है. इस तरह वह पक्षियों की सेवा करके मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं. चलिए जानते हैं इस बर्ड मैन की इंस्पायरिंग स्टोरी के बार में...

बिहार के 'बर्ड मैन' की कहानी
पूर्णिया जिले के रामबाग निवासी रंजीत पासवान को लोग 'बर्ड मैन ऑफ बिहार' कहते हैं. उनके घर में 50 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां मौजूद हैं, जिनमें काका तू, मकाउ, कार्डिनल लोरी, मोलूकन और पाम काकातुआ जैसी दुर्लभ प्रजातियां शामिल हैं. पक्षियों के प्रति उनका यह प्रेम रंजीत को अपने दादाजी और पिताजी से विरासत में मिला.

पक्षियों की देखभाल में बिताते हैं सारा दिन
बर्डमैन का दिन अपने पक्षियों की देखभाल से शुरू ही होता है. सुबह उठते ही वे पक्षियों को दाना-पानी देने जाते हैं. उनकी आवाज सुनते ही पक्षी पिंजरों के सामने आकर उनका स्वागत करते हैं, जैसे उन्हीं की राह तक रहे थे. पक्षियों की सेहत, उनके आराम और उनके भोजन का विशेष ध्यान रखने के लिए रंजीत ने अपने घर में बड़े और हवादार पिंजरे बनवाए हैं, जहां पक्षियों को प्राकृतिक माहौल मिलता है.

पक्षियों के लिए छोड़ दी शादी
जानकारी के मुताबिक रंजीत ने शादी नहीं की, क्योंकि उन्हें डर था कि इससे उनके पक्षियों के लिए समय कम हो सकता है. ये पक्षी उनके परिवार का हिस्सा हैं और उनकी देखभाल ही उनकी जिंदगी का उद्देश्य है. उनका मानना है कि शादी के बाद अगर पक्षियों के लिए समय नहीं मिल पाया, तो यह उनके लिए सही नहीं होगा. इसलिए उन्होंने शादी नहीं की. मोहल्ले के लोग उनके इस समर्पण को देखकर उन्हें 'बर्ड मैन' के नाम से बुलाते हैं.

रंजीत की प्रेरणादायक कहानी
रंजीत का कहना है कि जब वे घर से बाहर जाते हैं, तो पक्षी उनके लौटने का इंतजार करते हैं. जैसे ही वे घर में कदम रखते हैं पक्षी अपनी खुशी जाहिर करने लगते हैं. रंजीत का यह पक्षी प्रेम और सेवा की भावना मानवता और प्रकृति के प्रति उनके अटूट समर्पण का प्रतीक है. उनकी यह कहानी हर किसी को इंसानों और प्रकृति के प्रति प्रेम और देखभाल का संदेश देती है.

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