Ration Card Rules: पुरानी व्यवस्था के तहत 'आयुष्मान कार्ड' अंगूठे के जरिये बनाया जाता है. लेकिन नई कवायद के तहत अब 'आयुष्मान कार्ड' अंगूठे के साथ चेहरा दिखाकर भी बनेगा.
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Ration card Holder Ayushman Card: राशन कार्ड धारकों की सहूलियत को ध्यान में रखकर सरकार की तरफ से नए-नए निर्णय लिये जा रहे हैं. पिछले दिनों सरकार की तरफ से फैसला किया गया कि अंत्योदय कार्ड (antyodaya ration card) रखने वाले सभी परिवारों के आयुष्मान कार्ड (ayushman card) बनाए जाएंगे. लेकिन आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा जनसुविधा केंद्र और सरकारी अस्पताल में ही शुरू की गई. कार्ड बनवाने के लिए यहां पर लंबी-लंबी लाइनें लगने लगीं. कई बार कनेक्टिविटी की समस्या होने पर लाभार्थियों को पूरे-पूरे दिन परेशान होना पड़ता था.
चेहरा दिखाकर भी बन सकेगा आयुष्मान कार्ड
अब इन सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार ने नया ऐलान कर दिया है. पुरानी व्यवस्था के तहत 'आयुष्मान कार्ड' (ayushman card) अंगूठे के जरिये बनाया जाता है. लेकिन नई कवायद के तहत अब 'आयुष्मान कार्ड' अंगूठे के साथ चेहरा दिखाकर भी बनेगा. इस तरीके से आयुष्मान कार्ड बनाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत सहायक और आशा को भी सौंपी गई है. सरकारी अस्पताल और जनसुविधा केंद्र पर भी यह सुविधा मिलेगी.
आधार कार्ड लिंक करना जरूरी था
चेहरे के आधार पर कार्ड बनाने के लिए फेसएप लॉन्च किया गया है. इसके जरिये आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया चेहरा देखकर पूरी की जा सकेगी. पहले राशन कार्ड लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड (ayushman card) बनवाने के लिए जन सेवा केंद्र या सरकारी अस्पताल के चक्कर काटने पड़ते थे. क्योंकि इसके लिए आधार कार्ड लिंक करना जरूरी होता था.
2011 की जनगणना के आधार पर शामिल होगा नाम
अब शासन की तरफ से ऐसा उपाय निकाला गया जिसके जरिये गांव-गांव घूमकर आयुष्मान कार्ड बनाया जा सकेगा. इसके तहत पंचायत कर्मी चेहरा स्कैन करने के तुरंत बाद आयुष्मान कार्ड बना सकेंगे. आपको बता दें इस एप में 2011 की जनगणना सूची के अनुसार लोगों के नाम शामिल हैं. उन्ही लाभार्थियों को नई सुविधा का लाभ भी मिलेगा. बाकी अंत्योदय और श्रम विभाग वाले लाभार्थी को लाभ मिलेगा.
जिले और तहसील स्तर पर विशेष अभियान
सरकार ने फैसला किया है कि सभी अंत्योदय कार्ड धारकों (antyodaya ration card) के निशुल्क इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे. इसके लिए जिले और तहसील स्तर पर विशेष अभियान भी चलाया गया है. फिर भी लक्ष्य से पीछे रहने पर सरकार ने घर-घर जाकर कार्ड बनाने की सुविधा शुरू की है. अभियान के तहत अंत्योदय कार्ड धारक परिवार के सभी सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
आपको बता दें गरीबी रेखा से नीचे (BPL) वाले परिवारों को अंत्योदय राशन कार्ड दिया जाता है. इस कार्ड के जरिये लाभार्थी को हर महीने सस्ती कीमत पर खाद्य सामग्री मिलती है. कार्डधारकों को कुल 35 किलोग्राम गेहूं और चावल दिया जाता है. इसके लिए गेहूं का 2 रुपये प्रति किलो और चावल का 3 रुपये प्रति किलो का भुगतान करना होता है.
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