म‍िल‍िए छोटे से शहर की इस लड़की से... ज‍िसने खड़ा क‍िया 2500 करोड़ का ब‍िजनेस, धोनी हैं ब्रांड एम्‍बेसडर
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म‍िल‍िए छोटे से शहर की इस लड़की से... ज‍िसने खड़ा क‍िया 2500 करोड़ का ब‍िजनेस, धोनी हैं ब्रांड एम्‍बेसडर

Who is Saumya Singh Rathore: 2018 तक कॉर्पोरेट वर्ल्‍ड में करीब दसा साल तक काम करने के बाद सौम्‍या स‍िंह ने एक र‍िस्‍क ल‍िया और पावन नंदा के साथ विनजो गेम्स की शुरुआत की. कॉर्पोरेट के अपने सहयोग‍िया के साथ बैकपैकर ट्रैवल स्टार्टअप रूम्स की शुरुआत की. 

म‍िल‍िए छोटे से शहर की इस लड़की से... ज‍िसने खड़ा क‍िया 2500 करोड़ का ब‍िजनेस, धोनी हैं ब्रांड एम्‍बेसडर

WinZO Games Story: कर‍ियर की शुरुआत में ही सफल कारोबारी बनना आसान नहीं होता. वह भी तब जब आपके पास फंडिंग ल‍िम‍िटेड हो. आज हम बात कर रहे हैं विनजो गेम्स की को-फाउंडर सौम्‍या स‍िंह राठौर की. विनजो गेम्स देश के सबसे बड़े स्थानीय भाषा के सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म में से एक है. सौम्‍या उन चुनिंदा लोगों में से एक हैं, जिन्होंने एक छोटे से वेंचर को पांच साल से भी कम समय में 2500 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की कंपनी में बदल दिया. 

कौन हैं सौम्‍या स‍िंह राठौर?
1988 में उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर में जन्मी सौम्‍या सिंह राठौर ने यूके की मैनचेस्टर यून‍िवर्स‍िटी से मनोविज्ञान में पोस्‍ट ग्रेजुएशन क‍िया. इसके बाद उन्‍होंने कॉर्पोरेट सेक्‍टर में कदम रखा. सौम्‍या ने अपने करियर की शुरुआत लंदन की चुन‍िंदा कंपन‍ियों में से एक केपीएमजी (KPMG) से की. बाद में उन्‍होंने भारत में बेनेट एंड कोलमैन और टाइम्स ग्रुप के लिए काम क‍िया. इसके बाद उन्‍होंने एंटरप्रि‍न्‍योरश‍िप की तरफ रुख क‍िया.

प्‍लेटफॉर्म पर दो करोड़ से ज्‍यादा यूजर्स जुड़ गए
2018 तक कॉर्पोरेट वर्ल्‍ड में करीब दसा साल तक काम करने के बाद सौम्‍या स‍िंह ने एक र‍िस्‍क ल‍िया और पावन नंदा के साथ विनजो गेम्स की शुरुआत की. कॉर्पोरेट के अपने सहयोग‍िया के साथ बैकपैकर ट्रैवल स्टार्टअप रूम्स की शुरुआत की. हालांकि, ओयो-जो कंट्रोवर्सी के बाद 2016 में जो रूम्स को बंद कर दिया गया. इसके बाद सौम्‍या और पावन नंदा ने 2018 में 3.3 करोड़ का फंड जुटाया और व‍िनजो गेम्‍स (WinZO Games) को शुरू क‍िया. शुरुआत के एक साल में ही इस प्‍लेटफॉर्म पर दो करोड़ से ज्‍यादा यूजर्स जुड़ गए. इतना ही नहीं हर महीने 200 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का ट्रांजेक्‍शन होने लगा.

प्लेटफॉर्म ने ट‍ियर-2 और टीयर-3 शहरों पर फोकस क‍िया
विनजो ने इंडी गेम डेवलपर्स के साथ पार्टनरश‍िप करके उनके गेम को अपने प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया. गेमिंग प्लेटफॉर्म ने ट‍ियर-2 और टीयर-3 शहरों पर फोकस क‍िया. उनका यह आइड‍िया काफी सफल रहा. इससे उनके यूजर बेस में तेजी से इजाफा हुआ. साल 2020 में व‍िनजो ने भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी एमएस धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया. उसी साल उन्होंने शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ भी करार किया. व‍िनजो ने मशहूर यूट्यूबर्स जैसे कैरी मिनाती और भुवन बाम के साथ भी काम किया, इससे उनके ब्रांड को मजबूती म‍िली.

25 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध
विनजो मोबाइल गेम्स में यूज होने वाले प्रमुख रेवेन्यू मॉडल, माइक्रो-ट्रांजैक्शन का यूज करके रेवेन्‍यू जुटाया जाता है. यह प्लेटफॉर्म यूजर्स को बाकी खिलाड़ियों के ख‍िलाफ रीयल-टाइम मल्टीप्लेयर गेम खेलने और महज 2 से 25 रुपये तक का पेमेंट करके पुरस्कार जीतने का मौका देता है. व‍िनजो ट‍ियर-2 और ट‍ियर-3 शहरों पर फोकस करता है. वहीं इसके यूजर बेस का ज्‍यादातर हिस्सा हैं और भारतीय जनता के लिए प्लेटफॉर्म को ज्‍यादा आकर्षक बनाने के लिए खेल को शामिल क‍िया गया. यह 25 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं.

प्लेटफॉर्म पर 100 से ज्‍यादा गेम
विनजो की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्लेटफॉर्म ने एक साल के अंदर 50 लाख से ज्‍यादा यूजर्स का बेस बना लिया. आज, प्लेटफॉर्म पर 100 से ज्‍यादा गेम हैं, जिनमें क्रिकेट, कैरम और लूडो शामिल हैं. ये सभी छह फार्मेट और 12 भाषाओं में उपलब्ध हैं. बेहद फायदेमंद होने के अलावा व‍िनजो माइक्रो-इंफ्लूएंसर्स और ट्रांसलेटर के ल‍िये बड़ी आदमनी का सोर्स है. कंपनी का दावा है कि करीब एक लाख माइक्रो-इंफ्लूएंसर 75,000 रुपये से एक लाख रुपये के बीच कमा लेते हैं. कुछ मामलों में साल 2022 तक हर महीने ये 5-10 लाख रुपये महीने तक कमा रहे थे.

छोटे से वेंचर से शुरू हुआ विनजो आज देश का सबसे बड़ा सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म बन गया है, जिसकी मार्केट वैल्‍यूएशन करीब 2540 करोड़ रुपये है. प्लेटफॉर्म पर 175 मिलियन से ज्‍यादा यूजर्स हैं और 100 से ज्‍यादा गेम होस्ट किए जाते हैं. सौम्‍या और पवन की कंपनी ने अपनी शुरुआत के बाद से कालारी कैपिटल, ग्रिफिन गेमिंग पार्टनर्स, मेकर्स फंड, कोर्टसाइड वेंचर्स और पैग्स ग्रुप जैसे निवेशकों से 100 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. इसका रेवेन्‍यू 2022 में 242 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 687 करोड़ रुपये हो गया.

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