Javed Akhtar Birthday: धुआँ जो कुछ घरों से उठ रहा है, न पूरे शहर पर छाए तो कहना...
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Javed Akhtar Birthday: धुआँ जो कुछ घरों से उठ रहा है, न पूरे शहर पर छाए तो कहना...

Javed Akhtar Birthday: मशहूर गीतकार, शायर और लेखक जावेद अख्तर का आज जन्मदिन है. इस मौके पर हम आपको उनके चुनिंदे शेर पढ़वाने जा रहे हैं. 

Javed Akhtar Birthday: धुआँ जो कुछ घरों से उठ रहा है, न पूरे शहर पर छाए तो कहना...

Javed Akhtar Birthday: बॉलीवुड के दिग्गज गीतकारों में शुमार किए जाने वाले जावेद अख्तर का आज जन्मदिन है. जावेद अख्तर बॉलीवुड की उन चंद हस्तियों में शुमार किए जाते हैं जो देश के सुलगते हर मुद्दे पर अपनी राय बेबाकी से रखते हैं. इसके अलावा उनके ज़रिए लिखे गई फिल्मी गीत और कहानियां तो उनके कलम की हुनरमंदी का सबूत हैं ही. आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनके चुनिंदा बेहतरीन शेर पढ़वाने जा रहे हैं. 

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Javed Akhtar Sher in Hindi:

कभी जो ख़्वाब था वो पा लिया है 
मगर जो खो गई वो चीज़ क्या थी 

मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है 
किसी का भी हो सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता 

जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता 
मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता 

धुआँ जो कुछ घरों से उठ रहा है 
न पूरे शहर पर छाए तो कहना 

ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना 
बहुत हैं फ़ाएदे इस में मगर अच्छा नहीं लगता 

मैं बचपन में खिलौने तोड़ता था 
मिरे अंजाम की वो इब्तिदा थी 

इन चराग़ों में तेल ही कम था 
क्यूँ गिला फिर हमें हवा से रहे 

ऊँची इमारतों से मकाँ मेरा घिर गया 
कुछ लोग मेरे हिस्से का सूरज भी खा गए 

तुम ये कहते हो कि मैं ग़ैर हूँ फिर भी शायद 
निकल आए कोई पहचान ज़रा देख तो लो 

ये नया शहर तो है ख़ूब बसाया तुम ने 
क्यूँ पुराना हुआ वीरान ज़रा देख तो लो 

छोड़ कर जिस को गए थे आप कोई और था 
अब मैं कोई और हूँ वापस तो आ कर देखिए 

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