Valentine Day: हिंदूवादी संगठन और मुसलमान का आपस में विरोध, लेकिन इस दिन बन जाते हैं दोस्त!
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Valentine Day: हिंदूवादी संगठन और मुसलमान का आपस में विरोध, लेकिन इस दिन बन जाते हैं दोस्त!

Valentine Day: हिंदूवादी संगठन, जहाँ वैलेंटाइन डे को सनातन परम्परा के विरुद्ध बताकर इसका बहिष्कार करते हैं और पार्कों में युवा जोड़ों के साथ मारपीट पर उतारू हो जाते हैं, वहीँ मुसलमान भी वैलेंटाइन डे को गैर- इस्लामी मानकर इसकी मुखालफत करते हैं. दोनों में वैचारिक मतभेद होने के बावजूद वैलेंटाइन डे पर कट्टर हिन्दू और मुसलमान दोनों एक हो जाते हैं. 

Valentine Day: हिंदूवादी संगठन और मुसलमान का आपस में विरोध, लेकिन इस दिन बन जाते हैं दोस्त!

नई दिल्ली: देश के हिन्दूवादी संगठनों के लोग और मुसलमान आम तौर पर एक दूसरे को देश और समाज के लिए खतरा मानते और बताते रहते हैं. दोनों के विचारों में दूर -दूर तक कोई समानता नहीं है, लेकिन साल में एक दिन दोनों वैचारिक तौर पर आपस में भाई- भाई बन जाते हैं! 14 फ़रवरी का वैलेंटाइन डे उन दोनों को करीब ले आता है! हिंदूवादी लोग वैलेंटाइन डे को सनातन परम्परा और हिन्दू धर्म के खिलाफ मानकर 14 फरवरी को पार्कों में लाठी लेकर घूमते हैं. वो इसे पाश्चात्य सभ्यता और कल्चर का हिस्सा मानते हैं. उनका कहना है कि ये भारत के महान सनातन परम्परा को नष्ट करने की साजिश है.

वहीँ, धार्मिक मुसलमान भी मानते हैं कि वैलेंटाइन डे इस्लाम की तालीम के खिलाफ है. इस्लाम में शादी/ निकाह से पहले किसी लड़की या महिला से मिलना, उसे देखना और उससे बातें करने पर भी पाबन्दी है. शादी से पहले ऐसा करने से व्यभिचार पैदा होने का खतरा होता है. मुसलमान भी मानते हैं कि ये वैलेंटाइन डे वेस्टर्न कल्चर का हिस्सा है. ये सब मनाना और इसे बढ़ावा देना साजिश का हिस्सा है. ये इस्लाम और मुसलमान के दीन के खिलाफ है. 14 फरवरी को इस मामले में हिंदूवादी संगठन के नजरिये का मुसलमान समर्थन करते हैं, और हिंदूवादी संगठन मुसलमानों के नज़रिए की हिमायत करते हैं. हालांकि, अभी तक 14 फरवरी को किसी मुसलमान या मुस्लिम संघटन के लोगों का पार्क में लाठी लेकर निकलने का कोई सार्वजनिक रिकॉर्ड नहीं है.. 

जहाँ मिलेंगे बाबू सोना, तोड़ देंगे शरीर का कोना-कोना 
वैलेंटाइन डे पर अक्सर बजरंग दल और विहिप जैसे संगठनों के लोग लाठी लेकर पार्कों में निकल जाते हैं, और वहां बैठे जोड़ों के साथ मारपीट करते हैं. पकड़कर जबरन उनकी शादी करवाते हैं पर लड़की से लड़के को राखी बंधवाते हैं. इस साल भी इसकी तैयारियां शुरू हो गई है. हिंदूवादी संगठनों ने अभी से सभी को चेतावनी देना शुरू कर दिया है. एक पोस्टर अभी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है कि 'जहाँ मिलेंगे बाबू सोना, तोड़ देंगे शरीर का कोना- कोना'. हिंदू युवा मंच के इंदिरापुरम मंडल के सद्र विपिन ने बताया, "यहां पार्कों में दूसरे धर्म के युवक हिंदू धर्म की लड़कियों को बहला फुसला कर लेकर आते हैं. इससे पूरे समाज पर एक बुरा असर जाता है.  14 फरवरी को पुलवामा हमला भी हुआ था, ऐसे में इस दिन को ब्लैक डे के रूप में दीपक जलाकर श्रद्धांजलि देते हुए मनाया जाना चाहिए.वहीं,  हिंदू जागृति मंच से जुड़े लोग बुधवार को गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम के स्वर्ण जयंती पार्क में मौजूद युवा जोड़ों से पूछताछ करते हुए नजर आये.  हिंदू संगठन के लोगों ने कहा कि वैलेंटाइन डे मना रहे युवाओं को पहले समझाएंगे, और जो नहीं समझेंगे, उन्हें लाठी डंडों की भाषा में समझाया जाएगा. 

 वैलेंटाइन डे के बॉयकाट मे उतरे मुस्लिम संगठन
इधर, सनातनी हिन्दू की राह पर चलते हुए भारतीय सूफ़ी फाउंडेशन के कौमी सद्र सूफ़ी कशिश वारसी ने 14 फरवरी के वैलेंटाइन डे का बॉयकाट कर मुस्लिम समाज से रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करने की अपील की है. कशिश वारसी ने कहा, " देश के तमाम मुस्लिम लड़के-लड़कियों से अपील करूँगा कि अंग्रेजो की गुलामी की रस्म का बहिष्कार करें. 14 तारीख को जुम्मा है, जो की शब-ए-बारात का अगला दिन है. मुस्लिम उस दिन रोजा रखें, और इबादत करके इस रस्म का बॉयकाट करें. इससे हमारी नई नस्ल बदनाम और बेइज्जत होने के साथ गलत रास्ते पर जा रही है. ये इस्लाम का रस्म नहीं है. कुछ लोग अगर फिर भी मनाते हैं, तो अल्लाह उन्हें जल्द अकल दे.

 

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