राजस्थान में आज यानी बुधवार को 191 विधायकों ने शपथ ली है. इसमें 21 विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली है. संस्कृत में शपथ लेने वालों में दो मुस्लिम विधायक भी शामिल हैं.
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राजस्थान की 16वीं विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन जयतु-जयतु संस्कृत की गूंज रही. सदन में कई विधायकों ने संस्कृत भाषा में पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की. खास बात यह रही कि संस्कृत भाषा में शपथ लेने वालों में दो मुस्लिम विधायकों ने सबको चौंकाया. बताया जा रहा है कि आज 21 नवनिर्वाचित विधायकों ने संस्कृत भाषा में शपथ ली.
21 विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली
राजस्थान विधानसभा में पहले दिन 191 विधायकों ने शपथ ली, इनमें आठ शेष बचे विधायकों को गुरुवार को शपथ ग्रहण करवाई जाएगी. विधायकों ने हिंदी और संस्कृत भाषा में शपथ ली. करीब 21 विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली, लेकिन दो मुस्लिम विधायकों को भी संस्कृत में शपथ लेते देखकर अचरज हुआ. डीडवाना विधानसभा सीट से इस बार बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे यूनुस खान ने संस्कृत भाषा में शपथ लेकर सभी को चौका दिया. इसी तरह से अलवर के रामगढ़ से जीतकर आए कांग्रेस विधायक जुबेर खान ने भी संस्कृत में शपथ ग्रहण की.
मुस्लिम विधायकों की शपथ को सराहा
इधर सदन में कम ही मौके आए जब अल्पसंख्यक विधायकों ने संस्कृत भाषा में अपने पद पर शपथ ली हो. यही वजह रही कि यूनुस और जुबेर के इस अंदाज़ को सदन में मौजूद अन्य विधायकों ने अपनी मेज़ थपथपाकर सराहा. बाद में भी दोनों मुस्लिम विधायकों का संस्कृत में शपथ लेना मीडिया और लोगों में चर्चा का विषय बना रहा. हालांकि जुबेर खान ने कहा कि वो पहले भी संस्कृत में शपथ ले चुके हैं, संस्कृत पुरानी भाषा है, इसमें शपथ लेना गर्व की बात है.
संस्कृत विवि से अभियान चलाया था
रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की ओर से अभियान चलाया गया था कि नव निर्वाचित विधायक संस्कृत में शपथ लें. इसके लिए संस्कृत विश्वविद्यालय शिक्षकों ने विभिन्न विधायकों से मुलाकात कर संस्कृत भाषा में विधायक पद की शपथ लेने के लिए आग्रह किया था और इसका असर भी देखने को मिला. दर्शन एवं योग विभागाध्यक्ष शास्त्री कोसलेंद्र दास ने बताया कि पिछले हफ्ते से इस दिशा में काम किया जा रहा था, जिसका सुखद परिणाम प्राप्त हुआ है. बुधवार को विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह में 21 विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली है. कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे ने बताया कि संस्कृत भाषा का प्रसार करने वाले इन विधायकों का स्वागत विश्वविद्यालय परिसर में किया जाएगा.
इन विधायकों ने भी संस्कृत में शपथ
जिन विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली है उनमें उदयलाल भड़ाना (मांडल), गोपाल शर्मा (सिविल लाइन), गोपाल लाल शर्मा (मांडलगढ़), छगनसिंह राजपुरोहित (आहोर), जुबेर खान (रामगढ़), जेठानंद व्यास (बीकानेर पश्चिम), कैलाश मीणा (गढ़ी), बालमुकुंद आचार्य (हवामहल), युनुस खान (डीडवाना), लादूलाल पीतलिया (सहाड़ा), वासुदेव देवनानी (अजमेर उत्तर), बाबूसिंह राठौड़ (शेरगढ़), जोगेश्वर गर्ग (जालौर), जोराराम कुमावत (सुमेरपुर), दीप्ति माहेश्वरी (राजसमंद) और नौक्षम चौधरी (कामां), पब्बाराम विश्नोई (फलौदी), महंत प्रताप पुरी (पोकरण), संदीप शर्मा (कोटा दक्षिण), शंकरलाल (सागवाड़ा) और हरि सिंह रावत (भीम) शामिल हैं.