Gaza War: अल-कसम के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि समझौते के ऐलान के फौरन बाद इजरायली सेना ने विनिमय सौदे के शुरुआती फेज में रिहा होने वाले बंदियों में से एक को निशाना बनाया.
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Gaza War: गाजा में सीजफायर समझौते लागू होने से पहले इजरायल ने हमले तेज कर दिए हैं. हमास की सैन्य शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने दावा किया कि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में उस स्थान पर बमबारी की है, जहां एक इजरायली बंदी को रखा गया था, जिसे आगामी कैदी विनिमय के पहले फेज में रिहा किया जाना था.
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, अल-कसम के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि समझौते के ऐलान के फौरन बाद इजरायली सेना ने विनिमय सौदे के शुरुआती फेज में रिहा होने वाले बंदियों में से एक को निशाना बनाया. उनका मानना था कि “इस समय दुश्मन द्वारा किया गया कोई भी आक्रमण या बमबारी, बंदी की स्वतंत्रता को त्रासदी में बदल सकती है.” बयान में इजरायली बंदी की स्वास्थ्य स्थिति या लक्षित स्थान के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी गई है.
इजरायल के हमले में 73 की मौत
इस बीच, गाजा में फिलिस्तीनी सिविल डिफेंस ने दावा किया कि सीजफायर समझौते के ऐलान के बाद से गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में 87 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. एक प्रेस बयान में, नागरिक सुरक्षा प्रवक्ता महमूद बसल ने कहा, "संघर्षविराम समझौते की घोषणा के बाद से, इजरायली सेना ने आज सुबह तक 87 लोगों को मार डाला, जिसमें अकेले गाजा के 61 लोग शामिल हैं." बसल के अनुसार, पीड़ितों में 20 बच्चे और 25 महिलाएं शामिल हैं तथा 230 लोग घायल हुए हैं.
मिस्र, कतर और अमेरिका कर रहा है सीजफायर के लिए मध्यस्थता
इससे पहले मिस्र, कतर और अमेरिका ने एक संयुक्त बयान में घोषणा की कि गाजा में संघर्ष के दोनों पक्षों ने कैदियों की अदला-बदली और स्थायी शांति की वापसी के लिए एक समझौता किया है, जिससे स्थायी युद्धविराम का मार्ग प्रशस्त होगा. यह समझौता 19 जनवरी से प्रभावी होने वाला है. मिस्र, कतर और अमेरिका गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं.