बुरी तरह घिरे हैं नेतन्याहू; अब इस काम के लिए मोसाद निदेशक को किया आगे
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बुरी तरह घिरे हैं नेतन्याहू; अब इस काम के लिए मोसाद निदेशक को किया आगे

Israel Hamas: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर उनके ही देश के लोग उन पर हमास के साथ समझौता करने के लिए दबाव बना रहे हैं. ऐसे में नेतन्याहू ने मोसाद के निदेशक को समझौते लिए कतर भेजने का प्लान बनाया है.

बुरी तरह घिरे हैं नेतन्याहू; अब इस काम के लिए मोसाद निदेशक को किया आगे

Israel Hamas: इजरायल और हमास के दरमियान अभी भी संघर्ष जारी है. दोनों के दरमियान संघर्ष विराम कराने के लिए कई कोशिशें हो चुकी हैं, लेकिन सब नाकाम रहीं. अब इजरायल और हमास के दरमियान दोबारा संघर्ष विराम की कोशिशें हो रही हैं. ऐसे में इजरायल विदेशी खूफिया एजेंसी 'मोसाद' के निदेशक को जंगबंदी की बातचीत करने के लिए कतर भेज रहा है. यहां उनकी मुलाकात हमास के नेताओं से होगी.

जंगबंदी के लिए मोसाद टीम जाएगी कतर
अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मोसाद के डायरेक्टर डेविड बार्निया हमास से जंगबंदी पर बात करने के लिए कब कतर के लिए रवाना होंगे. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपित पद के शपथ ग्रहण समारोह (20 जनवरी) से पहले जंगबंदी का दबाव है. इजरायल हमास के दरमियान 15 महीनों से जंग जारी है. जंग के शुरूआती दिनों में कुछ दिनों के लिए जंगबंदी हुई थी. इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र और कतर ने दोनों के दरमियान संगबंदी कराने की कोशिश की लेकिन ये कोशिशें नाकाम रहीं.

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क्या हैं समझौते की शर्तें?
हमास गाजा में पूरी तरह से जंगबंदी चाहता है लेकिन इजरायल बंधकों को छोड़ने के लिए सिर्फ एक हफ्ते की जंगबंदी करना चाहते हैं. हमास चाहता है कि जंगबंदी के दौरान इजरायली सेना पूरी तरह से गाजा छोड़ दे. इसके उलट नेतन्याहू चाहते हैं कि वह गाजा में हमास की लड़ने की क्षमता को खत्म कर दें.

46 हजार लोगों की मौत
बीते गुरूवार को गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजारयल हमास की जंग में 46 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में ज्यादातर औरतें और बच्चे शामिल हैं. हालांकि मंत्रालय ने ये नहीं बताया कि मारने जाने वाले लोगों में कितने आम नागरिक हैं और कितने लड़के हैं. 

क्या है पूरा मामला?
ख्याल रहे कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में हमास ने 250 लोगों को बंदी बनाया था. इसके बाद इजरायल ने हमास के इलाके गाजा पर हमले करना शुरू किया था. बंदी बनाए गए लोगों के परिजन नेतन्याहू पर अपने प्रियजनों को घर वापस लाने के लिए एक समझौते पर पहुंचने का दबाव बना रहे हैं. इज़राइलियों ने शनिवार रात को तेल अवीव शहर में फिर से रैली निकाली, जिसमें बंधकों की तस्वीरें प्रदर्शित की गईं.

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