नई दिल्ली. ईरान के एक टॉप मिलिट्री कमांडर की मौत को लेकर मध्य-पूर्व के इलाके में तनाव की स्थिति पैदा होती दिख रही है. दरअसल कर्नल दाऊद जाफरी सीरिया में ईरान के मिलिट्री एडवाइजर थे. दाऊद की मौत सीरिया में सड़क किनारे हुए बम हादसे में हुई. इस मौत के बाद ईरान की तरफ से इजरायल पर आरोप लगाया गया है.
सीरिया में मौत, इजरायल पर आरोप
ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के स्टेटमेंट में इशारों में इस मौत के पीछे इजरायली शासन की तरफ इशारा किया गया है. दाऊद की मौत सीरिया में हुई है. सीरिया के शिया प्रेसिडेंट बशर अल असद को लगातार ईरान की तरफ से समर्थन मिलता रहा है. हालांकि ईरान साफ कर चुका है कि उसकी सेनाएं सीरिया में नहीं मौजूद हैं. सिर्फ ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कुछ एडवाइजर्स सीरिया में मौजूद हैं. दाऊद इन्हीं में से एक थे.
बदले की चेतावनी, शुरू हो सकता है खूनी खेल!
रिवोल्यूशरी गार्ड्स के स्टेटमेंट चेतावनी भी दी गई है जिसके बाद माना जा रहा है कि तनाव बढ़ सकता है. गार्ड्स ने कहा है-निश्चित तौर पर यह जायनिस्ट शासन (इजरायल) का एक आपराधिक कृत्य है. इस अपराध का माकूल जवाब दिया जाएगा.
मार्च में भी लगे थे ऐसे ही आरोप
इससे पहले मार्च महीने में ईरान ने अपने दो अधिकारियों की इजरायल द्वारा हत्या का आरोप लगाय था. उस वक्त भी बदले की चेतावनी दी गई थी. लेकिन इजरायल सीरिया में अपने मिलिट्री एक्शन के बारे में बहुत ही कम प्रतिक्रिया देता है. हालांकि बीते कुछ महीनों के दौरान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इजरायल की तरफ से कई हमले किए गए हैं.
कासिम सुलेमानी की मौत पर मचा था बवाल
बता दें कि साल 2020 में ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत भी अमेरिकी ड्रोन अटैक में हुई थी. सुलेमानी को अमेरिकी ड्रोन ने इराक में निशाना बनाया था. उस वक्त अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप थे और दोनों देशों के बीच बेहद तनाव पूर्ण स्थिति पैदा हो गई थीं. उस वक्त भी ईरान ने इजरायल पर हमले को लेकर आरोप लगाए थे.
यह भी पढ़िए: ऑनलाइन घर बैठे बन जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस, नहीं लगाने होंगे RTO ऑफिस के चक्कर
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.