नेतन्याहू की धमकी पर ईरान का पलटवार, अब क्या करेंगे इजरायली PM, क्या मोड़ लेगी जंग?
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नेतन्याहू की धमकी पर ईरान का पलटवार, अब क्या करेंगे इजरायली PM, क्या मोड़ लेगी जंग?

Iran News: इजरायली प्रधानमंत्री ने ईरान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि तेहरान के खिलाफ 'अंतिम वार' होगा. अब ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बकाई ने पीएम नेतन्याहू के बयान पर पलटवार किया है. इतना ही नहीं उन्होंने इजरायल को चेतावनी भी दी है.

नेतन्याहू की धमकी पर ईरान का पलटवार, अब क्या करेंगे इजरायली PM, क्या मोड़ लेगी जंग?

Iran News:  इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ यरुशलम में बैठक की थी. इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर तवील बातचीत हुई थी, लेकिन मीटिंग का सबसे अहम मुद्दा ईरान था. बैठक के बाद इजरायली प्रधानमंत्री ने ईरान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि तेहरान के खिलाफ 'अंतिम वार' होगा. अब ईरान ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की टिप्पणी पर पलटवरा किया है.

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बकाई ने पीएम नेतन्याहू के बयान की निंदा करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि 'इजरायल ईरान के खिलाफ कुछ नहीं कर सकता.' दरअसल, रविवार को नेतन्याहू ने यरुशलम में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अमेरिका के समर्थन से इजरायल ईरान के खिलाफ 'अंतिम वार' करेगा. उन्होंने इस दौरान यह भी दावा किया था कि पिछले 16 महीनों में इजरायल ने ईरान के 'आतंकवादी गठबंधन' को भारी नुकसान पहुंचाया है.

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव
पिछले 16 महीनों में इजरायल का टकराव ईरान समर्थित गुटों से बढ़ा है. इसमें गाजा में एक्टिव हमास, लेबनानी समूह हिज़्बुल्लाह और यमन के हूथी विद्रोही शामिल हैं. ये सभी संगठन ईरान के 'प्रतिरोध धुरी' (Axis of Resistance) का हिस्सा माने जाते हैं, जो इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े हैं.

अमेरिका की ईरान नीति
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस लौटते ही ईरान के खिलाफ 'अधिकतम दबाव' नीति को फिर से लागू कर दिया है. यह नीति उनके पहले कार्यकाल की रणनीति का हिस्सा थी. इसी के तहत अमेरिका ने 2015 के परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लिया था. अमेरिका ने ईरान पर परमाणु हथियार विकसित करने का इल्जाम लगाया, जिसे तेहरान ने खारिज कर दिया है.

ईरान ने इस समझौते के तहत किए गए अपने कमिटमेंट्स को धीरे-धीरे कम कर दिया है और यूरेनियम संवर्धन ( Uranium Enrichment ) को 60 फीसदी तक बढ़ा दिया है.हालांकि, ईरान का दावा है कि उसकी परमाणु गतिविधियां संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी के सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत हैं और वह परमाणु अप्रसार संधि (NPT/ Nuclear Non-Proliferation Treaty ) का पालन कर रहा है.

'अमेरिका ईरान को कभी भी परमाणु शक्ति नहीं बनने देगा'
रविवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका ईरान को कभी भी परमाणु शक्ति नहीं बनने देगा. उन्होंने ईरान को मध्य पूर्व में 'सबसे बड़ा अस्थिरता का स्रोत' बताया. ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, और इंटरनेशनल लेवल पर इस टकराव को लेकर चिंता बढ़ रही है.

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