Scotland News: बच्चों को अच्छी परवरिश देने के लिए लोग हजारों रुपये फीस देने को तैयार हैं लेकिन बच्चों की लाइफ की बेहतरी के लिए उनके साथ वक्त बिताना और उन्हें दोस्त जैसा फील कराना बेहद जरूरी है. वरना वो टीनएज में ही हाथ से निकल सकते हैं. ऐसी ही एक मां ने अपना दर्द सोशल मीडिया पर साझा किया है.
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Mother found 15 vapes in daughter's bedroom: स्कॉटलैंड (Scotland) के ग्लासगो में रहने वाली एक मां ने अपनी बेटी की परवरिश में कमी पाए जाने के बाद लोगों को आगाह किया है. लीन मैकगायर नाम की इस महिला ने जब सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा किया तो उन्हें नसीहतें देने वालों का तांता लग गया. अब इस महिला ने अपनी बच्ची के फ्यूचर पर चिंता जताते हुए जो शुरुआत की है उसके बारे में उसने सभी को बताया है.लीन ने कहा कि एक दिन मेड के न आने पर जब वो बेटी के बेडरूम की सफाई के लिए उसके कमरे में दाखिल हुईं तो उनके होश उड़ गए.
बेटी के कमरे में मिली ऐसी चीज
लीन ने अपना दुखड़ा रोते हुए देश में बच्चों में बढ़ रहे ई-सिगरेट के एडिक्शन पर चिंता जताई है. बताया कि कैसे अपनी 15 साल की नाबालिग बेटी के कमरे में उन्हें ई-सिगरेट (Vape/E-Cigarette) मिली तब वो सन्न रह गईं. लीन पिछले हफ्ते बीबीसी के कार्यक्रम Woman's Hour में शामिल हुई थीं. जहां उन्होंने एंकर को बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनकी 15 वर्षीय बेटी ई-सिगरेट के एडिक्शन का शिकार है तो पहले तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ.
मां ने नहीं खोई हिम्मत
लीन ने बताया कि उनकी बेटी ने करीब 15 पैकेट ई-सिगरेट छिपाकर रखे थे. Vapes के बारे में सख्ती से पूछताछ पर उसने बताया कि वो इसकी आदी हो चुकी है. उसने ये भी कहा कि मंमा ये सेफ है. इसमें निकोटिन नहीं है. तब वो फौरन उसे डॉक्टर और मनोचिकित्सक के पास ले गईं. जहां से उन्हें आश्वासन मिला. कुछ डॉक्टर उनकी बेटी की इस लत से निपटने के बारे में कोई सलाह देने में लाचार नजर आए, क्योंकि उन्होंने कहा कि ई-सिगरेट का विकल्प नहीं है.
मां ने शुरू किया ये अभियान
लीन ने कहा इसके बाद उन्होंने कुछ पैरेंट्स से बात की और टीनेजर बच्चों और उनके पैरेंट्स को ई-सिगरेट के नुकसान से जागरूक करने के लिए एक कैंपेन की शुरुआत की. उन्होंने प्रशासन और स्थानीय सांसद से भी इस गंभीर चिंता के विषय पर बात की है. इस मां की मेहनत रंग लाई और काफी संघर्ष के बाद उनकी बेटी की ये गंदी लत छूट गई. लीन का कहना है कि अगर आप अपने बच्चे की सही पैरेंटिंग करना चाहते हैं तो आपको उनका दोस्त बनकर उनके साथ वक्त बिताना बहुत जरूरी है.