क्या है हया डे? पाकिस्तान में धूम धाम से मनाया गया, आज दुनियाभर में हो रहे हैं चर्चे
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क्या है हया डे? पाकिस्तान में धूम धाम से मनाया गया, आज दुनियाभर में हो रहे हैं चर्चे

Pakistan Hay Day: पाकिस्तान में हया डे मनाने के लिए हजारों लड़कियां सड़कों पर हिजाब पहनकर उतरींं. अब सवाल ये है कि आखिर पाकिस्तान का 'हया-डे' क्या है इसे मनाने के पीछे का मकसद क्या था आइए बताते हैं इस रिपोर्ट में.

क्या है हया डे? पाकिस्तान में धूम धाम से मनाया गया, आज दुनियाभर में हो रहे हैं चर्चे

Haya walk protest v day: दुनियाभर में सात दिन का कथित प्रेम पर्व यानी प्यार-मुहब्बत का त्योहार खट्टी-मीठी यादों के साथ बीत गया. इसका आखिरी दिन 14 फरवरी, लव-बर्ड्स के लिए बेहद खास रहा. वैलेंटाइन-डे पर प्यार करने वाले जोड़ों मोहब्बत का इजहार करते हैं. इसकी धूमधाम से इतर पड़ोसी पाकिस्तान में इस दिन 'हया-डे' मनाया गया.

हया डे पर क्या हुआ?

वैलेंटाइन-डे का नाम सुनकर आपके जेहन में क्या आता है, क्या कोई अजीब सी फीलिंग आती है, ये सही है या गलत इसका फैसला कौन करेगा? इसका फैसला पाकिस्तान की लाखों ख़वातीन-ओ-हज़रात ने सुना दिया है. हजारों की तादाद में पाकिस्तानी लड़कियां, हिजाब और बुर्के से लैस होकर सड़कों पर उतरीं, उन्होंने पोस्टर बैनर के साथ पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में हया वॉक में शिरकत की. इस दौरान रैलियां निकालकर प्रदर्शन करके लोगों को जागरूक किया गया.

वैलेंटाइन के विरोध में उतरे लोगों का मानना है कि मेन इश्यू ये है कि नकारात्मकता को लोग ज्यादा जल्दी अपना लेते हैं. इस्लाम ऐसी बातों की इजाजत नहीं देता कि हम इन चीजों को सेलिब्रेट करें. कुछ महिलाओं ने कहा, 'हमारे तो इस्लाम में ऐसा कुछ नहीं है जो इसे हम मनाएं और मुझे पर्सनली भी ये पसंद नहीं है ऐसे में मेरे ख्याल से इसको बैन होना चाहिए.'

क्या है 'हया-डे' ?

पाकिस्तान में वैलेंटाइन-डे के विरोध में 'हया-डे' मनाते हैं. 
अरबी शब्द 'हया' का मतलब शर्म या फिर लज्जा होता है.
'हया-डे' का मकसद पारंपरिक मूल्यों को बढ़ावा देना है. 
'हया-डे' की शुरूआत इस्लामी जमीयत-ए-तलबा ने की. 
ये संगठन पाकिस्तान की सबसे बड़ी स्टूडेंट विंग मानी जाती है.
'हया-डे' पर पाकिस्तानी छात्र सड़कों पर रैलियां निकालते हैं.

छात्राओं की बात सुनिए

हया डे के सपोर्ट में पंजाब यूनिवर्सिटी की हजारों छात्राओं ने लॉन्ग मार्च निकाला. तमाम छात्राओं ने कहा, 'वैलेंटाइन-फैलेंटाइन जैसे वाहयात आयोजन एकदम बैन होना चाहिए. क्योंकि हमारा कल्चर हमें इस चीज की इजाजत नहीं देता. जो लोग इसे मनाते हैं अगर उनके अंदर हया नहीं है तो वो जो चाहती हैं, अपने साथ कर सकती हैं. आयोजन के दौरान पर्दे का पूरा ध्यान रखा गया था. उसी दौरान बुरके में नजर आई एक महिला ने कहा, 'मेरी प्यारी बेटियों जब मैं तुम सबको हया और हिजाब से अरास्ता देखती हूं. यकीन जानिए बहुत खुशी महसूस होती है.'

इसका विरोध भी हुआ

पाकिस्तान में वैलेंटाइन-डे पर पहरा सिर्फ और सिर्फ महिलाओं पर लगाया गया. इस बात से पाकिस्तान की कुछ उदारवादी महिलाओं और लड़कियों ने नाराजगी का इजहार किया है. इनका कहना है कि पाकिस्तान में वैलेंटाइन-डे होना चाहिए. एक नजर से देखे तो होना चाहिए. प्यार का इजहार तो किसी से भी हो सकता है. आपके मां-बाप से हो सकता है, आपके दोस्तों से हो सकता है तो इसमें गलत बात क्या है. अगर लीगल कपल है तो होना चाहिए. चीजें रोकने से थोड़ी ही रूकती है,  जो होना है वो तो पर्दे के पीछे भी हो जाएगा.

भारत में भी चला - जहां दिखेंगे बाबू-सोना...

भारत में कुछ संगठनों ने वैलेंटाइन-डे पर बैन लगाने की मांग की थी. बाबू-सोना यानी लव बर्ड्स को वैलेंटाइन-डे से दूर रहने की अपील की. लेकिन इसका मतलब ये नहीं था कि आप किसी पर दबाव बनाएं, वो क्या पहने और कैसे रहें, उसमें रोकटोक करें. लेकिन पाकिस्तान में कुछ भी संभव है. लिहाजा वैलेंटाइन-डे का विरोध करने के लिए महिलाओं को हया में रहने की हिदायत दी जाने लगी. 

वैलेंटाइन डे पर क्राइम ज्यादा होता है?

वैलेंटाइन के विरोधियों का कहना है कि पाकिस्तान में इस दिन क्राइम रेट बढ़ जाता है, क्योंकि वैलेंटाइन-डे के मौके का फायदा उठाकर कुछ दरिदें महिलाओं के साथ छेड़छाड़-रेप जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. उनका ये भी कहना है कि इस दिन उत्पीड़न के दोगुने मामले दर्ज होते हैं. खासकर रेप केसेज इस दिन ज्यादा रिकॉर्ड किए जाते हैं.

 

 

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