रोटी को मोहताज पाकिस्तान की अकड़ नहीं हुई कम, अब कश्मीर को लेकर कह दी ऐसी बात
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रोटी को मोहताज पाकिस्तान की अकड़ नहीं हुई कम, अब कश्मीर को लेकर कह दी ऐसी बात

Pakistan wants to Talk with India: रोटी को मोहताज पाकिस्तान दुनिया के सामने मदद के लिए गिड़गिड़ाता रहता है, लेकिन इसके बावजूद उसकी अकड़ कम नहीं हुई है. पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कहा है कि भारत को पांच अगस्त 2019 की सोच से बाहर आना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र से किए गए वादों को पूरा करना चाहिए और वार्ता शुरू करनी चाहिए

रोटी को मोहताज पाकिस्तान की अकड़ नहीं हुई कम, अब कश्मीर को लेकर कह दी ऐसी बात

India Pakistan Relations: रोटी को मोहताज पाकिस्तान दुनिया के सामने मदद के लिए गिड़गिड़ाता रहता है, लेकिन इसके बावजूद उसकी अकड़ कम नहीं हुआ है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के सुर अचानक बदल गए हैं और भारत के साथ बातचीत के जरिए सभी मुद्दों को सुलझाना चाहते हैं. लेकिन, इसके साथ ही भारत पर हथियार जमा करने का भी आरोप लगाया है और कहा है कि हथियार जमा करने से शांति नहीं आएगी और इस क्षेत्र के लोगों की किस्मत नहीं बदलेगी. अक्सर 'कश्मीर एकजुटता दिवस' के नाम पर जहर उगलने वाले शहबाज शरीफ ने मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि उनका देश कश्मीर समेत सभी मुद्दों को भारत के साथ बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है. हालांकि, इसके साथ ही शहबाज शरीफ भारत पर आरोप लगाने से भी नहीं चूके.

पाकिस्तान क्यों मनाता है कश्मीर एकजुटता दिवस?

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने इसके साथ ही कश्मीरी लोगों के प्रति अपना 'अटूट' समर्थन दोहराया. शरीफ 'कश्मीर एकजुटता दिवस' ​​के मौके पर मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर रहे थे. यह दिवस कश्मीरियों के प्रति समर्थन प्रदर्शित करने के लिए पाकिस्तान द्वारा हर साल मनाया जाता है.

पाकिस्तान की आंखों में खटक रहा 370 हटाना

इस मौके पर शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कहा, 'हम कश्मीर सहित सभी मुद्दों का समाधान बातचीत के जरिए चाहते हैं.' उन्होंने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का जिक्र करते हुए कहा, 'भारत को पांच अगस्त 2019 की सोच से बाहर आना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र से किए गए वादों को पूरा करना चाहिए और वार्ता शुरू करनी चाहिए.' बता दें कि भारत ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.

शहबाज शरीफ को याद आया लाहौर समझौता

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता बातचीत है, जैसा कि 1999 के लाहौर घोषणापत्र में पहले ही लिखा गया है और जिस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पाकिस्तान यात्रा के दौरान सहमति बनी थी. भारत ने बार-बार कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में सामान्य पड़ोसी की तरह संबंध चाहता है. भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 'हमेशा देश का अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे.' भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद दोनों देशों के संबंधों में खटास आ गई थी.

भारत पर लगाया हथियार जमा करने का आरोप

शहबाज शरीफ ने भारत पर हथियार जमा करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हथियार जमा करने से शांति नहीं आएगी और इस क्षेत्र के लोगों की किस्मत नहीं बदलेगी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत से समझदारी से काम करने का आग्रह किया और कहा कि प्रगति का रास्ता शांति है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान कश्मीरियों को उनके आत्मनिर्णय के अधिकार की प्राप्ति तक अपना नैतिक, कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन जारी रखेगा.' उन्होंने कहा, 'कश्मीर मुद्दे का एकमात्र समाधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत आत्मनिर्णय का अधिकार है.' राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत पर दबाव डालने की अपील की ताकि कश्मीरियों को 'क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए स्वतंत्र रूप से अपना भविष्य निर्धारित करने' की अनुमति मिल सके.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)

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