डोनाल्ड ट्रंप की बारूदी होली... पाकिस्तान में होगी? पीएम मोदी के अमेरिका जाने से पहले मिल गया था हिंट!
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डोनाल्ड ट्रंप की बारूदी होली... पाकिस्तान में होगी? पीएम मोदी के अमेरिका जाने से पहले मिल गया था हिंट!

Pakistan-US tense relationship: अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की मिसाइलों-बमों का अगला टारगेट पाकिस्तान बन सकता है. वजह खुद अमेरिका ने बताई. ट्रंप सरकार के मुताबिक पाकिस्तान में आतंकी संगठन ISIS एक्टिव हो गया है. ट्रंप ने इसी महीने अफ्रीका में ISIS ठिकानों पर मिसाइल अटैक किया था और अब पाकिस्तान का नंबर अगला हो सकता है.

photo credir: Lexica AI

PM Modi Donald Trump and Pakistan: प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मीटिंग से कई दिन पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर करारा कंटाप जड़ दिया था. कुछ उसी दौरान फ्रांस की राजधानी पेरिस में मोदी-मैक्रों की कमेस्ट्री की खबरें आईं. ये दोनों घटनाक्रम पाकिस्तान की दुखती रग पर हाथ रखने वाले थे. इससे पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. अमेरिका ने यूएन के भरे मंच से पाकिस्तान को चांटा जड़ दिया तो लोग ये कयास लगाने लगे कि कहीं ट्रंप ने पाकिस्तान पर बम बरसाने की तैयारी तो नहीं शुरु कर दी है?

बीते 10 दिनों में ट्रंप के बयानों का विश्लेषण करें तो दुनियाभर के आतंकवादियों में मौत का खौफ तारी हो गया है. अमेरिका ने पाकिस्तान के लिये मदद का प्रोग्राम भी बंद कर दिया गया है. ट्रंप सरकार के एक बयान से पाकिस्तान में मिसाइल और बम बरसने का खौफ चल रहा है. अमेरिका के फाइटर और बॉम्बर जेट का अगला टारगेट पाकिस्तान का कौन का इलाका बन सकता है? ये समझने के लिये पाकिस्तान से आ रहे बयानों को पढ़ना जरूरी है.

पाकिस्तानी सोशल मीडिया के स्टार यू-ट्यूबर्स के तमाम शो और प्रोग्राम पाकिस्तानी अवाम का मानना है कि ट्रंप का एक मिजाज है जिसे वो अपनी आइडियोलॉजी बताते हैं. उस पर वो एक किताब 'द आर्ट ऑफ डील' लिख चुके हैं. उनके मुताबिक आर्ट ऑफ डील में एक थ्योरी है जिसमें वो (ट्रंप) बहुत अग्रेसिव होकर और बड़ी खौफनाक बातें करते हैं.

इस्लामाबाद में ट्रंप के डर की वजह है यूएन में अमेरिका का लेटेस्ट बयान. अमेरिका ने कहा था कि पाकिस्तान में ISIS आतंकवादियों की मौजूदगी चिंताजनक है. ये ISIS आतंकवादी पाकिस्तान में भर्तियां भी कर रहे हैं. यानी ट्रंप जानते हैं कि पाकिस्तान में ISIS मौजूद है. ट्रंप समेत अमेरिका का हर राष्ट्रवादी नागरिक ISIS को जड़ से खत्म करने की कसम बहुत पहले खा चुका है. ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी तेज होने से पड़ोसी देश में दहशत का माहौल है. 

पीएम मोदी अमेरिका से रवाना हो चुके हैं, जब वो वहां पहुंचे तो तुलसी गबार्ड ने स्वागत किया, तुलसी वहां इंटेलिजेंस डायरेक्टर चुनी गई हैं. वो अमेरिकी सेना में काम कर चुकी हैं. वो डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद रह चुकी हैं, ऐसे में उनकी नीतियों से वाकिफ हैं. तुलसी फिलहाल ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी में हैं. ऐसे में उनके रहते कोई भी कट्टरपंथी आतंकी अमेरिका या भारत पर 26/11 या 9/11 जैसा हमला नहीं कर पाएगा.

अब अमेरिका का वो बयान सुनिये जिसने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की चिंता बढ़ा दी है.

UN में USA की कार्यवाहक राजदूत डोरोथी शिया ने कहा, 'हम अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ISIS खुरासान की हमलों की साजिश रचने और हमलों को अंजाम देने के साथ भर्ती अभियान जारी रखने की क्षमताओं से चिंतित हैं. हम जवाब देंगे'.

अमेरिकी धमकी का मतलब समझिए

ट्रंप ने पाकिस्तान में आतंकावादियों के ठिकाने का पता लगा लिया है. पाकिस्तान पर ISIS के खिलाफ एक्शन लेने का दबाव है. शहबाज शरीफ ने ऐसा ना किया तो ट्रंप, खुद ही आतंकियों को निपटवा सकते हैं. अमेरिकी खौफ इस बात से भी समझा जा सकता है कि UN में पाकिस्तान ने सफाई देते हुए कहा, हमारे यहां पर आईएसआईएस के आतंकवादियों की भर्ती नहीं हो रही है.

पाकिस्तान ने यूएन में अफगानिस्तान से टीटीपी मजीद ब्रिगेड के खतरों के खिलाफ इंटनेशनल एक्शन की डिमांड रखी है. ऐसे में अगर अमेरिका ने सोमालिया की तरह पाकिस्तान पर हवाई हमला किया तो ISIS के सारे आतंकवादी मारे जाएंगे. इसके साथ ही अगले 5 सालों तक ट्रंप का टारगेट पाकिस्तान पर फिक्स रहेगा. ट्रंप को प्रेसिडेंट बने अभी महीना भी नहीं बीता है और ISIS समेत सारे आतंकी संगठनों को खत्म करना उनकी लिस्ट में पहली प्रॉयोरिटी पर है. यूएन में पाकिस्तान को डराने वाली और खबरें भी आई हैं.

पाकिस्तान पर अमेरिका के खौफ की वजह

- UN के मुताबिक ISIS ने यूरोप में हमलों की साजिश रची है.
- ISIS ने पश्चिम एशियाई देशों के लोगों को आतंकी संगठन में भर्ती करने की कोशिश की.
- दावा है कि कुछ विदेशी आतंकी लड़ाके अफगानिस्तान जा रहे हैं.

दहशतगर्दों की बात करें तो अमेरिका की निगाह इन तीन पर सबसे ज्यादा टेढी है.

आतंकी हाफिज सईद.
आतंकी मसूद अजहर.
आतंकी सैयद सलाहुद्दीन.

पाकिस्तान के डर की एक और वजह है उसके घरेलू आतंकवादी. लश्कर का चीफ हाफिज सईद, जैश का मुखिया मसूद अजहर और सैयद सलाहुद्दीन के आतंकी गुटों का ISIS से कनेक्शन हो सकता है. इनके बहाने पाकिस्तान की सीमा में अमेरिका की स्ट्राइक शुरु हो सकती है. पाकिस्तान में डर बढ़ रहा है और उसके न्यूज़ चैनलों पर भी इस डर को कम दिखाने की कोशिशें हो रही हैं.

दरअसल ट्रंप का एक्शन शुरु होगा तो पाकिस्तान में धमाके शुरु हो जाएंगे. इस बयान की आशंका इस्लामाबाद तक पहले ही पहुंच गई थी. इसलिये मुस्लिम देशों से मदद मांगने शहबाज एक दिन पहले ही यूएई रवाना हो गये. ट्रंप की तरफ से बयान यूं ही नहीं दिया गया है. अमेरिका ने सबूत देखकर और इकट्ठा करके ही पाकिस्तान को धमकी दी है पाकिस्तान ज्यादा दिनों तक अमेरिका के बम और मिसाइलों से बच नहीं पाएगा. ये भी संभव है कि जल्द ही पाकिस्तान के आसमान पर सुपरपावर के लड़ाकू जहाज दिखाई दें.

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