बांग्लादेशी किताबों में भारत का मैप चीन को लगी मिर्ची, तमतमाते हुए कही ये बात
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बांग्लादेशी किताबों में भारत का मैप चीन को लगी मिर्ची, तमतमाते हुए कही ये बात

China to Bnagladesh: चीन ने बांग्लादेश में पढ़ाई जा रही किताबों को लेकर आपत्ति जताई है. चीन का कहना है कि बांग्लादेश में अक्साई चिन, अरुणांचल प्रदेश और ताइवान के बारे में गलत पढ़ाया जा रहा है. 

 

बांग्लादेशी किताबों में भारत का मैप चीन को लगी मिर्ची, तमतमाते हुए कही ये बात

China to Bnagladesh: दूसरों मुल्कों की सीमा को अपना बताने वाले चीन को अब बांग्लादेश से मिर्ची लगी है. इस देश ने बांग्लादेश में पढ़ाई जा रही किताबों को लेकर आपत्ति जताई है. दरअसल बांग्लादेश की किताबों में भारत के नक्शे को लेकर चीन चिढ़ा हुआ नजर आया है. चीन का कहना है कि बांग्लादेश की किताबों में अरुणांचल प्रदेश और अक्साई चिन को भारत का हिस्सा बताया गया है.  

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बांग्लादेशी किताबों पर चीन की आपत्ति 
चीन का कहना है कि अरुणांचल प्रदेश और अक्साई चिन ये 2 इलाके ऐतिहासिक रूप से उसके हैं. इसके अलावा चीन ने ताइवान और हांगकांग को भी अलग देश दिखाए जाने पर आपत्ति जताई है. 'डेली ऑब्जर्वर' की एक रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश ने भी इस विषय पर चीन को दो टूक दी है. बांग्लादेश का कहना है कि वह फिलहाल अभी अपनी किताबों को नहीं बदल सकता है. यह बाद में देखा जाएगा. 

बांग्लादेश से चीन की मांग 
चीन ने औपचारिक रूप से नवंबर 2024 में बांग्लादेश सरकार से कहा था कि वे उन गलतियों को ठीक करे. इसके लिए चीन ने एक अधिकारिक पत्र के जरिए बांग्लादेशी किताबों और सर्वे डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर नक्शों और जानकारी को ठीक करने की मांग की. इस मुद्दे को लेकर बाद में दोनों देशों के बीच बाचतीच भी हुई, लेकिन बांग्लादेश ने चीन से साफ कहा कि वह इस विषय पर कोई दबाव न बनाए. 

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बांग्लादेश का फैसला 
मामले को लेकर बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक बोर्ड ( NCTB) से सलाह ली है.  NCTB का कहना है कि टेक्सटबुक्स की पहले ही प्रिंटिंग पूरी हो चुकी है. ऐसे में इसपर तुरंत बदलाव लाना बिल्कुल भी संभव नहीं हो पाएगा. बांग्लादेशी अधिकारियों का कहना है कि ऐसे संशोधन जल्दी में नहीं किए जा सकते हैं, हालांकि बांग्लादेश ने चीन को आश्वासन दिया है कि सही समय पर इसका समाधान निकाल दिया जाएगा. 

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