क्या कुछ बड़ा होने वाला है? बिना बताए अफगानियों के साथ पाकिस्तान ने किया ऐसा, तिलमिला उठा तालिबान
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क्या कुछ बड़ा होने वाला है? बिना बताए अफगानियों के साथ पाकिस्तान ने किया ऐसा, तिलमिला उठा तालिबान

Pakistan News: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच मौजूदा वक्त में रिश्ते अच्छे नहीं हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान है. इसे लेकर दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है. इसी बीच पाक सरकार ने अफगानिस्तान के नागरिकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर दी है.

क्या कुछ बड़ा होने वाला है? बिना बताए अफगानियों के साथ पाकिस्तान ने किया ऐसा, तिलमिला उठा तालिबान

Pakistan News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पद संभालने के बाद से भारत समेत कई देशों के नागरिकों को वीजा और आप्रवासन नियमों में सख्ती का सामना करना पड़ा है. ट्रंप की इस कड़ी नीति के तहत व्हाइट हाउस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए भारत समेत कई देशों के अप्रवासियों को उनके देश भेज दिया है. इसी कार्रवाई के बीच, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान भी वहां गैर-मुल्की लोगों को लेकर बड़ी खबर आई है. इस कार्रवाई के बाद इस्लामाबाद से लेकर काबुल तक हड़कंप मच गया है. अफगान दूतावास ने इस कार्रवाई की निंदा भी कर दी.

दरअसल, शहबाज शरीफ प्रशासन ने पड़ोसी देश अफगानिस्तान को बताए वहां के लोगों को एक जगह से दूसरे जगह स्थानांतरित कर दिया. इतना ही नहीं, पाक प्रशासन ने कई अफगानी नागरिकों को हिरासत में भी ले लिया. हालांकि, तलाशी लेने के बाद हिरासत में लिए गए लोगों को बाद में छोड़ दिया गया. इस कार्रवाई को लेकर तालिबान प्रशासन पाकिस्तान सरकार की जमकर आलोचना की. 

इसे लेकर अफगान दूतावास ने बुधवार (21 फरवरी) एक बयान जारी किया है. उस बयान के मुताबिक, इस्लामाबाद में अफगान दूतावास ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी से अफगान रिफ्यूजी के जबरन निष्कासन की कड़ी निंदा की है. दूतावास ने कहा कि इन शहरों में अफगान के रहने वालों को हाल ही में हिरासत में लिया गया है, पुलिस द्वारा उनकी तलाशी ली गई है और उन्हें जबरन पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में स्थानांतरित कर दिया गया है.

अफगान दूतावास को नीं दी लिखित जानकारी
हालांकि, दूतावास को इस प्रक्रिया के संबंध में कोई आधिकारिक या लिखित जानकारी नहीं मिली है, जो बिना किसी पूर्व घोषणा के शुरू हुई प्रतीत होती है. जवाब में, अफगान दूतावास ने मामले पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए संबंधित पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं. बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि अगर ये निष्कासन व्यक्तिगत रूप से किए जा रहे हैं तो उन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए. हालांकि, अगर यह आधिकारिक सरकारी नीति का हिस्सा है, तो इसे सार्वजनिक रूप से घोषित किया जाना चाहिए.

पाकिस्तान और अफगानिस्तान में संघर्ष जारी
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को लेकर संघर्ष लगातार जारी है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीमा पर झड़पें हो रही हैं. पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी के आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. पाकिस्तान का अफगानिस्तान पर आरोप है कि वह टीटीपी को समर्थन दे रहा है और उसकी धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए कर रहा है.

वहीं, अफगान तालिबान ने इन आरोपों को खारिज किया है और पाकिस्तान को अपने आंतरिक सुरक्षा मामलों को खुद हल करने की सलाह दी है. सीमा पर जारी संघर्ष के चलते दोनों देशों के रिश्ते और अधिक तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. अब पाक की इस कार्रवाई ने फिर से जलती आग में घी डालने का काम कर दिया है. अब यह देखना होगा कि तालिबान इस कार्रवाई पर किस तरह से जवाब देता है.

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