Joe Biden Israel Visit: इजरायल-हमास जंग के 12वें दिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को तेल अवीव पहुंचे थे. बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात की थी.
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World News In Hindi: राष्ट्रपति जो बाइडेन की युद्धग्रस्त इजरायल में तैनात अमेरिकी फ्रंटलाइन सैनिकों के साथ एक तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने को लेकर व्हाइट हाउस की आलोचना हो रही है. आलोचना करने वालों का कहना है कि फोटो शेयर कर व्हाइट हाउस ने इन सैनिकों की पहचान उजागर दी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किए जाने के तुरंत बाद व्हाइट हाउस अकाउंट ने फोटो को डिलीट कर दिया.
फॉक्स न्यूज के व्हाइट हाउस की मूल पोस्ट कैप्शन लिखा था, 'इजरायल में, राष्ट्रपति बाइडेन ने पहले सैनिकों से मुलाकात की फिर उन्हें उनकी बहादुरी और हमास आतंकवादी हमलों के जवाब में उनके द्वारा किए जा रहे काम के लिए धन्यवाद दिया.'
गुरुवार को अमेरिकी रक्षा विभाग की ब्रीफिंग के दौरान, ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर से यह पुष्टि करने के लिए कहा गया कि क्या फोटो में नजर आए सैनिक वास्तव में अमेरिकी विशेष ऑपरेटर थे और क्या स्पेशल फोर्स की तस्वीरें लेने के खिलाफ कोई पॉलिसी है.
राइडर ने व्हाइट हाउस की ओर इशारा करते हुए कहा, 'मुझे इस मामले में आपको व्हाइट हाउस के पास भेजना होगा. मेरे पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है. धन्यवाद.'
जंग के 12वें दिन इजरायल पहुंचे थे बाइडेन
बता दें इजरायल-हमास जंग के 12वें दिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को तेल अवीव पहुंचे थे. बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात की थी. उनका दौरा ऐसे वक्त पर हुआ जब गाजा के अस्पताल पर हुए हमले से अरब दुनिया गम और गुस्से से भरी हुई है. अस्पताल विस्फोट में सैंकड़ो फिलिस्तीनी मारे गए थे.
‘इजरायल और यूक्रेन का जीतना जरूरी’
अमेरिकी राष्ट्रपति गुरुवार रात देश के नाम संबोधन के दौरान दोनों देशों को दी जा रही अमेरिकी मदद को जायज ठहराया. बता दें जो बाइडेन ने कहा है कि इजराइल और यूक्रेन का अपने-अपने युद्धों में विजयी होना ‘अमेरिकी की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम.’इजराइल और यूक्रेन को अरबों अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता मुहैया कराए जाने का अमेरिकी संसद से अनुरोध करने की तैयारी कर रहे है.
बाइडेन ने साथ ही कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश भारत-पश्चिम एशिया आर्थिक गलियारे जैसी नयी परियोजनाओं के जरिए पश्चिम एशिया के देशों के बेहतर भविष्य के लिए काम कर रहे हैं.
‘संघर्ष दूसरे देशों में भी फैल सकता है’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि अंतरराष्ट्रीय आक्रामकता जारी रहती है, तो ‘संघर्ष और अराजकता दुनिया के अन्य देशों में भी फैलने की आशंका है.’उन्होंने कहा, ‘हमास और (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उनमें एक बात समान है. वे दोनों ही पड़ोसी देशों में लोकतंत्र को पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं.
(इनपुट - एजेंसी)