Cricketers Bad Habits: क्रिकेट स्टार्स के लिए सफलता और स्टारडम को एक साथ मैनेज करना बहुत मुश्किल होता है. इंटरनेशनल क्रिकेट में बड़ा नाम बनाने वाले कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिन्होंने शराब की लत की वजह से खासी बदनामी झेली है. शराब या नशे की वजह से कुछ क्रिकेटरों का करियर भी खत्म हुआ है.इस खबर में हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारें में बताएंगे जिन्होंने शराब के नशे में उटपटांग हरकतें की थीं.
रिकी पोंटिंग को ऑस्ट्रेलिया का सबसे सफल कप्तान माना जाता है, लेकिन शराब की लत की वजह से उन्हें खासी बदनामी झेली पड़ी थी. रिकी पोंटिंग ने साल 1999 में एक नाइट क्लब में पार्टी के दौरान काफी ज्यादा शराब पी ली थी. नशे की हालत में उन्होंने क्लब के बाहर किसी अजनबी को मुक्का मारा था. इस घटना की वजह से उन्हें कुछ समय के लिए टीम से बाहर कर दिया गया था.
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर एंड्रयू सायमंड्स का करियर भी शराब की वजह से खत्म हुआ था. साल 2009 में साइमंड्स पर शराब के नशे में मैदान पर आने का आरोप लगा था. इस घटना के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद उन्हें कमबैक का मौका नहीं मिल सका और उनका करियर समय से पहले ही खत्म हो गया था.
साल 2009-10 में न्यूजीलैंड के जेस्सी राइडर एक स्टार की तरह उभरकर सामने आए थे. लेकिन जेसी को पार्टी करना काफी पसंद था और एक बार क्राइस्टचर्च के एक नाइट क्लब में पार्टी के दौरान भीड़ ने उनपर हमला कर दिया जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गए थे. इस हादसे के बाद वह स्वस्थ तो हो गए लेकिन फिर कभी क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाए थे.
डेविड वॉर्नर को शराब पीने की बुरी लत थी. साल 2013 में वॉर्नर ने शराब के नशे में पब के अंदर इंग्लैंड के खिलाड़ी जो रूट को मुक्का मार दिया था.इस घटना की वजह से उन्हें सीरीज से बाहर कर दिया गया था. इस घटना के बाद साल 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद की जीत के बाद उन्होंने 2 साल बाद शैंपेन पी थी.
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मोंटी पनेसर भी शराब की लत की वजह से खासी बदनामी झेल चुके हैं. बहुत ज्यादा पार्टी और शराब की लत ने उनके करियर पर हमेशा के लिए ब्रेक लगा दिया था. साल 2013 में मोंटी ने शराब के नशे में एक क्लब बाउंसर पर नशे की हालत में पेशाब कर दिया था. जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
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