26 साल के एक विस्फोटक बल्लेबाज को ICC ने 2024 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड दिया है. इस बल्लेबाज ने 34 मैचों में कुल 1458 रन बनाए. इतना ही नहीं, महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के एक वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी भी की.
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Kamindu Mendis: ICC ने 2024 के इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के विजेता का ऐलान कर दिया है. सर्वकालिक महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के एक वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले एक विस्फोटक बल्लेबाज को ICC ने इसका विनर बनाया है. दरअसल, श्रीलंका के युवा बल्लेबाज कामिन्दु मेंडिस को ICC इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड मिला है. 26 साल के इस बल्लेबाज ने 2024 में सभी फॉर्मेट में कुल मिलाकर 34 मैच खेले, जिनमें लगभग 50 की औसत के साथ 1458 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 5 शतक और इतने ही अर्धशतक भी देखने को मिले. 148 चौके और 33 छक्के ने भी कामिन्दु मेंडिस को ICC इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीतने में बड़ी भूमिका निभाई.
शानदार रहा 2024
बाएं हाथ के इस तूफानी बल्लेबाज ने 2024 से पहले श्रीलंका के लिए सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला था, लेकिन साल के अंत में उन्होंने न केवल श्रीलंका के लिए सभी फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की कर ली, बल्कि कई मौकों पर टीम के संकटमोचक बनकर उभरे. उनके लिए यह साल शानदार रहा, खासकर टेस्ट क्रिकेट में, जहां उन्होंने कई रिकॉर्ड भी बनाए.
— ICC (@ICC) January 26, 2025
टेस्ट क्रिकेट में धमाकेदार बैटिंग
मेंडिस के लिए 2024 टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से लाजवाब रहा. वह मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए उन 6 बल्लेबाजों में से एक थे, जिन्होंने हाल ही में समाप्त हुए कैलेंडर वर्ष में 1000 से अधिक टेस्ट रन बनाए. उनका औसत सबसे अधिक रहा. कामिन्दु ने 9 टेस्ट 2024 में खेले, जिनमें 74.92 के औसत से 1049 रन बनाए. अपनी शुरुआत का भरपूर लाभ उठाते हुए मेंडिस ने अपने रनों की शानदार संख्या में 5 शतक और 3 अर्धशतक लगाए, जिससे श्रीलंका को कई मौकों पर जीत मिली.
ब्रैडमैन के रिकॉर्ड बराबरी
अपने शानदार प्रदर्शन के दौरान 26 साल का यह बल्लेबाज ने पुरुषों के टेस्ट मैचों में 1000 रन बनाने वाले संयुक्त तीसरे सबसे तेज खिलाड़ी भी बन गया. उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन के 13 पारियों में यह उपलब्धि हासिल करने के रिकॉर्ड की बराबरी की. बल्ले से उनके कारनामों ने श्रीलंका को न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण टेस्ट जीत हासिल करने में मदद की, जिसमें उन्होंने घरेलू और विदेशी दोनों ही परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन किया. इंग्लैंड में मेंडिस तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में श्रीलंका के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे और एक दशक के इंतजार के बाद देश में मेहमान टीम की पहली टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभाई.