CT 2006: यह टूर्नामेंट कई मायनों में ऐतिहासिक रहा लेकिन एक पहलू यह था कि किसी भी एशियाई टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय नहीं किया. 1975 के वर्ल्ड कप के बाद यह पहला आईसीसी टूर्नामेंट था जिसमें कोई भी एशियाई टीम अंतिम चार में जगह नहीं बना सकी.
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ICC Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास की कुछ अनकही सीरीज में अब बात करते हैं आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2006 के बारे में. इसका आयोजन भारत में 7 अक्टूबर से 5 नवंबर तक हुआ. यह टूर्नामेंट का पांचवां संस्करण था और पहली बार भारत ने इसकी मेजबानी की. हालांकि भारतीय सरकार द्वारा टैक्स छूट की मंजूरी मिलने में देरी के कारण टूर्नामेंट स्थल की घोषणा 2005 के मध्य में हुई. इस बार टूर्नामेंट में कुल 10 टीमें शामिल थीं जिनमें से शीर्ष छह टीमों को सीधे मुख्य दौर में प्रवेश मिला जबकि शेष चार टीमों श्रीलंका, वेस्टइंडीज, जिम्बाब्वे और बांग्लादेश ने क्वालीफाइंग राउंड में खेला. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में हुआ जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की.
एशियाई टीमों का निराशाजनक प्रदर्शन
यह टूर्नामेंट कई मायनों में ऐतिहासिक रहा लेकिन एक पहलू यह था कि किसी भी एशियाई टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय नहीं किया. 1975 के वर्ल्ड कप के बाद यह पहला आईसीसी टूर्नामेंट था जिसमें कोई भी एशियाई टीम अंतिम चार में जगह नहीं बना सकी. भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाईं जिससे दर्शकों को निराशा हुई. टूर्नामेंट में खेले गए मैचों में लो स्कोरिंग गेम्स देखने को मिले जिनमें कई टीमों का स्कोर 100 रन के अंदर ही सिमट गया.
फाइनल मुकाबला: वेस्टइंडीज बनाम ऑस्ट्रेलिया
वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम मात्र 138 रनों पर सिमट गई. ऑस्ट्रेलिया की कसी हुई गेंदबाजी ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट शेष रहते डकवर्थ-लुईस नियम के तहत जीत हासिल की और पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया. वेस्टइंडीज के स्टार बल्लेबाज क्रिस गेल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया.
टूर्नामेंट के प्रमुख स्थल और आयोजन
इस बार टूर्नामेंट के मैच मोहाली, अहमदाबाद, जयपुर और मुंबई के विभिन्न स्टेडियमों में खेले गए. सेमीफाइनल मुकाबले मोहाली और जयपुर में हुए जबकि फाइनल मुंबई के ऐतिहासिक ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेला गया. खास बात यह थी कि ब्रेबॉर्न स्टेडियम में 11 वर्षों के बाद कोई वनडे इंटरनेशनल मैच खेला गया.
टूर्नामेंट से जुड़ी कई घटनाएं विवादित रहीं..
इस टूर्नामेंट में कई विवाद भी देखने को मिले. पाकिस्तान टीम के कप्तान इनजमाम-उल-हक को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में फॉरफिट करने के कारण निलंबित कर दिया गया, जिसके बाद यूनिस खान को कप्तानी सौंपी गई. हालांकि यूनिस खान ने पहले कप्तानी से इनकार कर दिया लेकिन बाद में फिर से उन्हें टीम की कमान दी गई. इसी दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और शोएब अख्तर को डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के कारण टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया.
जब पुरस्कार समारोह में हुआ विवाद..
फाइनल मुकाबले के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में एक विवाद सामने आया जब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष शरद पवार को ट्रॉफी जल्दी देने का इशारा किया और डेमियन मार्टिन ने उन्हें मंच से हटने का इशारा किया. इस घटना के बाद भारत में नाराजगी देखी गई और कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने इस पर आपत्ति जताई. हालांकि बाद में रिकी पोंटिंग ने इस घटना के माफी मांगी थी जिससे मामला शांत हुआ.
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