Meteorite Footage: उल्कापिंड के धरती से टकराने की आवाज और वीडियो एक साथ रिकॉर्ड किया गया है. यह कारनामा एक साधारण डोरबेल कैमरे के जरिए हुआ. इसके बारे में समझ लेना जरूरी है क्योंकि यह पहली बार है जब उल्कापिंड का भी रहस्य खुल गया है.
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Rare Meteorite Sound Video: आकाश में चमकते तारे जैसे दिखाई देने वाले उल्कापिंड यानि कि मेटियोराइट जब धरती पर गिरते हैं तो वह अद्भुत नजारा होता है. हालांकि यह विषय कई बार डर का कारण भी बन जाता है. इन सबके बीच ऐसा ही एक ऐतिहासिक पल कनाडा में देखने को मिला जहां पहली बार उल्कापिंड के धरती से टकराने की आवाज और वीडियो एक साथ रिकॉर्ड किया गया है. यह कारनामा एक साधारण डोरबेल कैमरे के जरिए हुआ. इसके बारे में समझ लेना जरूरी है क्योंकि यह पहली बार है जब उल्कापिंड का भी रहस्य खुल गया है.
वैसे तो पृथ्वी पर गिरने वाले उल्कापिंड नुकसान पहुंचा सकते हैं. उल्कापिंडों से होने वाले नुकसान का आकार, उल्कापिंड की गति, और उसकी संरचना पर निर्भर करता है. उल्कापिंडों से होने वाले नुकसान में जल सकते हैं और मौत हो सकती है. यह इमारतों और फ़सलों को नुकसान पहुंच सकता है. अंतरिक्ष में घूम रहे उपग्रहों को नुकसान पहुंच सकता है. पृथ्वी के वायुमंडल में धूल-धुआं फैल सकता है, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है. समुद्र में गिरने वाले उल्कापिंडों से पानी में बड़ा गड्ढा बन सकता है. इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
दरअसल, इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनाडा के जो वेलैडम Joe Velaidum ने यह वीडियो रिकॉर्ड किया. उनका कहना है कि वह उस जगह पर केवल कुछ मिनट पहले खड़े थे जहां यह उल्कापिंड गिरा. उन्होंने चौंकते हुए कहा कि यह मेरे लिए हैरान करने वाला था. अगर मैं वहां खड़ा होता, तो शायद यह मुझे बीच से काटकर रख देता.
शुरुआत में संदेह था लेकिन..
जो वेलैडम की बेटी लॉरा केली ने बताया कि उनके पिता ने इस घटना को गंभीरता से लिया और अल्बर्टा यूनिवर्सिटी के मेटियोराइट रिपोर्टिंग सिस्टम पर इसकी जानकारी भेजी. शुरू में परिवार को भी संदेह था कि यह सच में उल्कापिंड हो सकता है. लेकिन जब इस पर वैज्ञानिकों की मुहर लगी तो यह सभी के लिए अविश्वसनीय बन गया. लॉरा ने कहा कि सोचना भी रोमांचक है कि अंतरिक्ष से करोड़ों मील की यात्रा कर कोई चीज हमारे घर के दरवाजे तक पहुंची है.
वैज्ञानिकों ने दी जानकारी
मामले में अल्बर्टा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने जांच के बाद इसे ‘शार्लोटटाउन मेटियोराइट’ नाम दिया. यह एक साधारण चोंड्राइट (ordinary chondrite) है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से यह बेहद खास है. विश्वविद्यालय के भूवैज्ञानिक और प्रोफेसर क्रिस हर्ड ने कहा कि शार्लोटटाउन मेटियोराइट प्रिंस एडवर्ड आइलैंड से प्राप्त पहला उल्कापिंड है. इसकी दस्तावेजीकरण एक अनोखे तरीके से हुई है आवाज और वीडियो दोनों के साथ.
इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ
प्रोफेसर हर्ड ने बताया कि यह पहली बार है जब किसी उल्कापिंड के गिरने को इस तरह रिकॉर्ड किया गया है. यह घटना प्राकृतिक इतिहास का एक नया आयाम जोड़ती है. 10 दिन बाद जब वह इस जगह गए,तो उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर उल्कापिंड के टुकड़ों को इकट्ठा किया.
उल्कापिंडों से जुड़ी कुछ और बातें भी जान लीजिए
बहुत बड़े उल्कापिंडों को बोलाइड्स कहते हैं. इन्हें फ़ायरबॉल भी कहा जाता है. ज़्यादातर उल्कापिंड समुद्र में गिरते हैं या इंसानों से दूर गिरते हैं. उल्कापिंड से चोट लगने की संभावना 7,00,000 में से एक है. हज़ारों साल पहले एक उल्कापिंड के गिरने से डायनासोर विलुप्त हो गए थे.
डोरबेल ने बनाया इतिहास
जो वेलैडम के डोरबेल कैमरे ने जो फुटेज कैद किया है वह विज्ञान और अंतरिक्ष अध्ययन के लिए बेहद खास साबित हो सकता है. यह घटना न केवल अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए बल्कि विज्ञान के छात्रों और विशेषज्ञों के लिए भी एक नई प्रेरणा है. इस अनोखी घटना ने यह साबित कर दिया कि बड़ी खोजें कभी-कभी सामान्य उपकरणों से भी संभव हो सकती हैं.