Shattila Ekadashi 2025: कब है षटतिला एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और खास उपाय
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trendingNow12602023

Shattila Ekadashi 2025: कब है षटतिला एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और खास उपाय

Shattila Ekadashi 2025 Date: माघ महीने से कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा षटतिला एकादशी का व्रत रखा जात है. इस दिन तिल का 6 प्रकार से इस्तेमाल किया जाता है.

Shattila Ekadashi 2025: कब है षटतिला एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और खास उपाय

Shattila Ekadashi 2025 Date, Time Shubh Muhurat: षटतिला एकादशी माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पड़ती है. पौराणिक परंपरा के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. इस एकादशी व्रत में तिल का विशेष महत्व है. परंपरा के अनुसार, इस दिन तिल से तर्पण, तिल से हवन, तिल का दान, तिल से उबटन, तिल से स्नान और तिल से बनी चीजों का सेवन किया जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल षटतिला एकादशी 25 जनवरी को पड़ रही है. 

कब है षटतिला एकादशी 2025? 

हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ कृष्ण एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी का व्रत रखा जाता है. एकादशी तिथि की शुरुआत 24 जनवरी को शाम 7 बजकर 25 मिनट से होगी. जबकि, एकादशी तिथि की समाप्ति 25 जनवरी को रात 8 बजकर 31 मिनट पर होगी. ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, षटतिला एकादशी का व्रत 25 जनवरी को रखा जाएगा. वहीं, इस एकादशी व्रत का पारण 26 जनवरी को सुबह 7 बजकर 13 मिनट से लेकर 9 बजकर 21 मिनट के बीच किया जा सकता है.

षटतिला एकादशी 2025 पूजा विधि

षटतिला एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान इत्यादि दैनिक कर्म से निवृत हो जाएं. इसके बाद घर के पूजा स्थल पर भगवान विष्णु की पूजा करें. उन्हें दूध, दीप, नैवेद्य इत्यादि अर्पित करें. इस दिन व्रत रखकर रात में जागरण करके भगवान विष्णु की उपासना करें. द्वदशी के दिन सुबह उठकर स्नान इत्यादि करके सूर्य देव को जल अर्पित करें. भगवान विष्णु को भोग लगाएं. इसके बाद ब्रह्मणों को भोजन कराकर या जरूरतमंदो को दान देकर व्रत का पारण करें. 

षटतिला एकादशी 2025 उपाय

षटतिला एकादशी के दिन तिल से जुड़े कई उपाय किए जाते हैं. इस दिन पूजन के बाद तिल से हवन करें. साथ ही भगवान विष्णु की पूजा के दौरान ओम् नमो भगवते वासुदेवाय नमः इस मंत्र का जाप करें. 

षटतिला एकादशी के दिन तिल से तर्पण करने का भी विधान है. इस दिन पितरों का तिल से तर्पण करने पर उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार को धन-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

षटतिला एकादशी के दिन तिल के दान का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन तिल का दान करने से श्रीहरि की कृपा बनी रहती है. जिसके परिणामस्वरूप घर-परिवार खुशहाल रहता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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