Right Direction to Sleep (पंडित शशिशेखर त्रिपाठी) : स्वस्थ मस्तिष्क और तंदरुस्ती के लिए अच्छे खानपान के साथ व्यक्ति के लिए आराम करना और नींद लेना भी आवश्यक है. नींद व्यक्ति की दिनचर्या का वह अहम हिस्सा है, जो आपके शरीर के साथ मस्तिष्क को भी आराम करने का मौका देती है.
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Which Direction Should One Face While Sleeping: आजकल की भागमभाग भरी जिंदगी में काफी लोग ऐसे हैं, जो आराम का जरूरी हिस्सा होने के बाद नींद का सुख नहीं उठा पाते है. इसका मुख्य कारण शयन की गलत दिशा भी हो सकती है. घर की उत्तर दिशा धन, समृद्धि की दृष्टि से अति उत्तम मानी गई है, पर शयन की दृष्टि से उत्तम नहीं मानी गयी है. उत्तर दिशा में सिर करके सोने से व्यक्ति को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इस दिशा में सोना क्यों मना है, आइए वास्तु शास्त्र की नजर से समझे.
प्राण ऊर्जा में आती है कमी
उत्तर दिशा की ओर सिर रखकर सोने से पांव दक्षिण दिशा की तरफ अपने आप ही हो जाते हैं. दक्षिण दिशा को यम की दिशा या मृत्यु का द्वार भी कहा जाता है. इस दिशा में यम का पैर होने का सांकेतिक अर्थ है कि हम दक्षिण दिशा यानी नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में हैं, जिससे प्राण-ऊर्जा में कमी आने लगती है.
अनिद्रा की बढ़ती है समस्या
उत्तर दिशा में सिर रखकर सोने से नींद नहीं आती है और आती भी है तो बहुत जल्दी टूट जाती है. एक बार नींद टूट जाने पर दोबारा नहीं आती है, व्यक्ति करवटें बदलता रह जाता है. नींद पूरी न होने के कारण व्यक्ति अनिद्रा का शिकार होने लगता है और फिर उसे तमाम तरह की बीमारियां घेरने लगती है.
बढ़ता है नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
इस दिशा में सिर करके सोने पर नकारात्मक विचार, बुरे सपने आना शुरु हो जाते है, जिससे कभी-कभी व्यक्ति घबराहट महसूस करने लगता है.
दिल की बीमारी होने का होता है भय
ऐसे लोग जो शयन के लिए उत्तर दिशा का चयन करते हैं, या जिनका बेडरुम उत्तर दिशा की ओर बना हुआ है. ऐसे व्यक्ति प्रायः कमजोर दिल वाले होते हैं. छोटी-छोटी बातों पर भयभीत हो जाना इनकी आदत बन जाती है. व्यक्ति को दिल की बीमारी होने का भय बना रहता है और जो दिल के मरीज होते हैं, उन्हें हार्ट अटैक का डर रहता है.
माइग्रेन की समस्या से रहते है परेशान
उत्तर दिशा में सिर करके सोने वालों का सिर भारी-भारी सा रहता है और सिरदर्द की भी शिकायत रहती है. रात में ऐसा लगता है कि कोई छाती या गले पर बोझ डाल रहा है.
आकस्मिक घटनाओं का रहता है डर
जो लोग उत्तर दिशा की ओर सिर करके शयन करते हैं, उनके साथ अनहोनी की आशंका बनी रहती है. अनहोनी से बचाव के लिए सोते समय सिर दक्षिण में और पैर उत्तर में रखें. दूसरे विकल्प के रूप में सोते समय सिर को पूर्व व पश्चिम दिशा में भी रखा जा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)