Water Element Zodiac: जल तत्व की तीन राशियों के लोग नॉलेज और उदारता के मामले में औरों से कहीं आगे रहते हैं. यहां जानिए जल तत्व की तीन राशियों के बारे में.
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Water Element Zodiac: ज्योतिष शास्त्र में पांच प्रमुख तत्वों का अध्ययन किया जाता है- जल, पृथ्वी, अग्नि, वायु और आकाश. इनमें राशिचक्र की 12 राशियों को चार तत्वों (जल, पृथ्वी, अग्नि और वायु) में बांटा गया है. हालांकि, आकाश तत्व का कोई अलग राशि-स्वरूप नहीं है. जल तत्व की राशियां- कर्क, वृश्चिक और मीन हैं. इन राशियों का चंद्र ग्रह के गहरा संबंध होता है. इन राशियों से संबंधित लोग ज्ञान, कल्पना और उदारता में अन्य लोगों से आगे होते हैं. आइए, जानते हैं जल तत्व की राशियां कौन-कौन सी हैं और इसकी खूबियां और खामियां क्या हैं.
कर्क राशि
कर्क राशि को चंद्र देव का स्वामित्व प्राप्त है. इस राशि के लोग बहुत सुंदर, चंचल और कल्पनाशील होते हैं. इसके अलावा दया और ज्ञान से परिपूर्ण कर्क राशि के लोग संवेदनशील स्वभाव के होते हैं. वहीं, भावनात्मक रूप से बहुत जल्दी आहत होना इस राशि से संबंधित लोगों की सबसे बड़ी कमजोरी है. इनका वैवाहिक और प्रेम जीवन अक्सर उतार-चढ़ाव से भरा रहता है.
उपाय- चंद्रमा को मजबूत करने के लिए मोती या ओपल धारण करें. नियमित रूप से भगवान शिव की उपासना करें.
वृश्चिक राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृश्चिक राशि वाले लोग कला, लेखन, शिक्षा और राजनीति जैसे क्षेत्रों में कुशल होते हैं. ये बहुत अच्छे डॉक्टर भी बन सकते हैं. इस राशि के लोगों का चंद्रमा ग्रह कमजोर होता है, जिससे इन्हें भावनात्मक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. वृश्चिक राशि वालों को अक्सर माता का सुख नहीं मिलता, लेकिन इन्हें जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलता है. इस राशि के लोग अक्सर लोगों से बदला लेने में आगे रहते हैं.
उपाय- किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर मूंगा या माणिक धारण करें.भगवान शिव की नियमित पूजा करें.
मीन राशि
मीन राशि वाले लोग स्वभाव से शांत और संतुलित होते हैं. इनके पास ज्ञान, कला, शिक्षा और ग्लैमर का अनूठा मिश्रण होता है. ये अच्छे हीलर माने जाते हैं और दूसरों की समस्याओं को सुलझाने में कुशल होते हैं. मीन राशि के लोग युवावस्था में भटक सकते हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन मिलने पर ये जीवन में असाधारण सफलता प्राप्त करते हैं. इनकी सबसे बड़ी समस्या हर चीज को परफेक्ट बनाने की आदत है.
उपाय- ज्योतिषी से परामर्श लेकर मोती या पन्ना धारण करें. भगवान शिव की पूजा-अर्चना को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)