Least livable City: पाकिस्तान की ये जगह है दुनिया में 'सबसे कम रहने लायक', 173 शहरों में मिली ये रैंकिंग
Advertisement
trendingNow11779468

Least livable City: पाकिस्तान की ये जगह है दुनिया में 'सबसे कम रहने लायक', 173 शहरों में मिली ये रैंकिंग

Pakistan News: पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी पर बदनामी का एक ऐसा टैग लगा है, जिससे पीछा छुड़ाना उसके लिए आसान नहीं होगा.

Least livable City: पाकिस्तान की ये जगह है दुनिया में 'सबसे कम रहने लायक', 173 शहरों में मिली ये रैंकिंग

Karachi Ranked Among 'Least Livable Cities': भारत से दुश्मनी रखने वाले पाकिस्तान की एक और इंटरनेशनल बेइज्जती हुई है. दरअसल पाकिस्तान का एक नामी शहर अब दुनिया का ऐसा शहर बन गया है जहां कोई भी रहना पसंद नहीं करेगा. ये शहर कोई और नहीं बल्कि वो शहर है जिसे पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहा जाता है. अपने मुल्क के सबसे आधुनिक शहरों में शुमार कराची के नाम जो टैग लगा है उससे पीछा छुड़ाना आसान नहीं है.

173 शहरों में हुआ चुनाव

साफ-साफ बता दें कि पाकिस्तान का कोस्टल सिटी कराची अब दुनिया का ऐसा शहर बन चुकी है जहां कोई भी रहना पसंद नहीं करेगा. दरअसल इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) ने पाकिस्तान के कराची को दुनिया के शीर्ष पांच ‘सबसे कम रहने योग्य’ शहरी केंद्रों में स्थान दिया है. EIU के ग्लोबल लिवेबिलिटी इंडेक्स 2023 में, कराची कुल 173 शहरों में से 169वें स्थान पर है. उससे नीचे लागोस, अल्जीयर्स, त्रिपोली और दमिश्क को जगह मिली है.

कैसे होता है चुनाव?

गौरतलब है कि EIU की रिसर्च एवं एनलिसिस विंग, अपने सर्वेक्षण और विश्लेषण के जरिए कंसल्टेंसी सर्विस प्रदान करती है. यह इंडेक्स दुनिया भर के शहरों में कोविड के बाद की रिकवरी पर ध्यान केंद्रित करता है और स्थिरता, स्वास्थ्य देखभाल, संस्कृति और पर्यावरण, शिक्षा और बुनियादी ढांचे सहित पांच श्रेणियों के आधार पर रहने की स्थिति का मूल्यांकन करता है. इन सभी मानकों पर कराची शहर फेल हो गया है.

बताया जा रहा है कि कराची का कुल स्कोर 42.5 है, जो आइडियल लेवल से काफी कम है. यहां के हालात में कोरोना काल के बाद जरा भी सुधार नहीं हुआ है. हेल्थ सर्विस के लिए इस शहर को 50, शिक्षा के लिए 70 और बुनियादी ढांचे के लिए 51.8 अंक मिले हैं. आपको बताते चलें कि साल 2019 में, कराची को सूचकांक में 140 शहरों में से 136वें स्थान पर रखा गया था.

Trending news