आपके मन में कभी यह सवाल आया कि हमारी भारतीय नोट या कहें इंडियन करेंसी पर हमेशा महात्मा गांधी की तस्वीर होती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे पहले नोट पर किसकी तस्वीर होती थी.
अमेरिकी नोटों में कई राष्ट्रपतियों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों की तस्वीर होती है, जबकि यूके के नोटों पर राजा या रानी की तस्वीर होती है. भारत में हर नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गांधीजी से पहले भारतीय नोटों पर किसकी तस्वीर होती थी?
महात्मा गांधी की तस्वीर भारतीय नोटों पर पहली बार 1969 में उनकी 100वीं जयंती के अवसर पर छपी थी. इस तस्वीर में गांधी जी सेवाग्राम आश्राम के सामने बैठे हुए थे.
महात्मा गांधी का मुस्कुराता हुआ चेहरा पहली बार 1987 में भारतीय नोट पर छपा था. उसी साल अक्टूबर में गांधीजी के मुस्कुराते चेहरे वाला 500 रुपये का नोट जारी किया गया था. यह नोट भारतीय नोटों में एक महत्वपूर्ण बदलाव था, क्योंकि इससे पहले महात्मा गांधी की तस्वीर नोटों पर बिना मुस्कान के छपी थी. तब से लेकर अब तक हर भारतीय नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर छप रही है, जो उन्हें सम्मानित करने का एक तरीका है और भारतीय नोटों का प्रमुख पहचान चिह्न बन चुका है.
1947 में भारत की आजादी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1949 में पहली बार एक रुपये का नोट जारी किया, जिसमें किंग जॉर्ज VI की तस्वीर को सारनाथ के अशोक स्तंभ से बदल दिया गया. इसके बाद 1950 के दशक में भारतीय नोटों पर अलग-अलग प्रतीकों और डिजाइनों का इस्तेमाल किया गया, जैसे कि एशियाई शेर, सांभर हिरण, और खेती-किसानी की तस्वीर.
1980 के दशक में, नोटों पर विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में प्रगति को दर्शाने वाले चित्र शामिल किए गए, जैसे कि 2 रुपये के नोट पर आर्यभट्ट सैटेलाइट और 5 रुपये के नोट पर कृषि मशीनीकरण. 1990 के दशक में, RBI ने नोटों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए महात्मा गांधी की तस्वीर को स्थायी रूप से शामिल करने का निर्णय लिया. 1996 में, महात्मा गांधी सीरीज की नई करंसी शुरू की गई, जिसमें उनकी तस्वीर के साथ-साथ अन्य सुरक्षा विशेषताएं भी शामिल थीं.
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