Old Monk: ओल्ड मोंक को 1954 में लॉन्च किया गया था. मोहन मीकिन के पूर्व प्रबंध निदेशक, वेद रतन मोहन कोे इस रम का क्रिएटर माना जाता है. लंबे समय तक यह रम बाजार पर हावी रही है.
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Old Monk Rum: भारत की सबसे मशहूर रम माने जाने वाली ओल्ड मोंक की दीवानगी जारी है. अपने स्पेशल वनिला स्वाद के लिए मशहूर इस रम के बारे में कई किस्से भी मशहूर है. यह रम जितनी मशहूर है उतनी ही इसकी बोतल भी प्रसिद्ध है लेकिन लगता है कि बोतल का ढक्कन लोकप्रियता में बहुत आगे हैं. हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो पर आई कमेंट्स से यह पता चलता है लोग बोतल के ढक्कन से बहुत परेशान है.
ओल्ड मोंक के बारे में मशहूर है कि कंपनी इसका बिल्कुल भी विज्ञापन नहीं करती है. इसकी लोकप्रियता मुंह के शब्द और ग्राहकों की वफादारी पर निर्भर करती है.वायरल वीडियो में वेद रतन मोहन के बेटे रॉकी मोहन यह बताते हुए नजर आते हैं कि कंपनी ओल्ड मोंक का प्रचार क्यों नहीं करती है.
वीडियो में वह कहते हैं हम एडवरटाइजिंग नहीं करते मार्केटिंग जरूर करते हैं. हम वो काम करते हैं कि जिससे आपको याद रहे कि यह ब्रांड उपलब्ध है. एक शख्स को यह ढिंढोरा पीटने की जरुरत नहीं कि वह कहां मौजूद है. इसकी बोतल आइकॉनिक है. पूरे शेल्फ में सामने दिख जाती है. इस पर लेबल लगा हो या नहीं लगा हो यह बोतल पहचानी जाती है.'
यूजर्स ने किए बोतल के ढक्कन पर कमेंट
इस बोतल के ढक्कन पर यूजर्स ने कई मजेदार कमेंट्स किए हैं. pramodthap नाम के यूजर ने लिखा, 'ढिंढोरा मत पीटो ये ठीक है लेकिन इस 'आइकॉनिक' बोतल का ढक्कन तो ठीक से बनवा लो यार भाई!
rohitgupta3116 नाम के एक और यूजर ने लिखा, 'सर थोड़ा ढक्कन की दिक्कत है बाकी सब ठीक है कई बार ढक्कन छेद करके पैग बनाना पड़ता है'
amit111.malik ने लिखा कि ढीला ढक्कन वर्षों से ओल्ड मोंक की सही पहचना है. वहीं irishshek ने लिखा बोतल का ढक्कन ठीक कर दो बस...
ravendragarg ने लिखा मेन प्रॉब्लम ढक्कन का है, खोल-खोल के थक जाओ, फ्री हो जाता है.
बाजार पर हावी रही है ओल्ड मोंक
ओल्ड मोंक को 1954 में लॉन्च किया गया था. मोहन मीकिन के पूर्व प्रबंध निदेशक, वेद रतन मोहन कथित तौर पर इस रम के क्रिएटर माने जाते हैं.
ओल्ड मॉन्क रम लंबे समय तक बाजार पर हावी रही. दूसरे ब्रांड भी थे लेकिन गुणवत्ता या लोकप्रियता में कोई भी करीब नहीं आया.
ऐसे मिला नाम
इस रम को इसका नाम मिलने का किस्सा भी खासा दिलचस्प है. दरअस वेद रत्न मोहन, बेनिदिक्तिन भिक्षुओं के शांत जीवन और उनके द्वारा बनाए गए ड्रिंक से बहुत प्रभावित थे. इसलिए जब उन्होंने अपनी रम बनाई तो इसे ओल्ड मोंक नाम दे दिया.