Elon Musk Gaza condom controversy: एलन मस्क ने बाइडेन प्रशासन पर सवाल उठाते हुए पूछा कि मोजंबिक के गाजा प्रांत में 430 करोड़ रुपये के कंडोम क्यों भेजे गए. उनका कहना है कि इतनी बड़ी रकम कंडोम पर खर्च करना अजीब है. मस्क के इस बयान ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है.
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Elon Musk Viral X Post: हाल ही में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एलन मस्क के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. मस्क ने जो बाइडेन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि फिलिस्तीन के गाजा में 50 मिलियन डॉलर (करीब 430 करोड़ रुपये) के कंडोम भेजे गए हैं हालांकि, जब एक पत्रकार ने बताया कि यह फंड फिलिस्तीन के गाजा के लिए नहीं बल्कि मोजंबिक के गाजा प्रांत के लिए था तो मस्क ने इसे "कन्फ्यूजन" बताया.
क्या है पूरा मामला?
जनवरी में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने जानकारी दी थी कि बाइडेन प्रशासन ने गाजा पट्टी में कंडोम वितरण प्रोग्राम के तहत 50 मिलियन डॉलर फंड की मंजूरी दी थी. लेकिन ट्रंप सरकार ने इस फैसले पर रोक लगा दी थी. इसके पीछे दावा किया गया कि हमास इन कंडोम का इस्तेमाल हथियारों के तौर पर कर रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन कंडोम में गुब्बारे की तरह गैस भरकर इजरायल की तरफ छोड़ा जा रहा था.
इस मुद्दे पर मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक रिपोर्ट साझा करते हुए तंज कसा था. उन्होंने लिखा, "क्या कोई मुझे समझाएगा कि सभी कंडोम मैगनम (एक्स्ट्रा लार्ज साइज) से ही क्यों ऑर्डर किए गए?" इस बयान ने एक नई बहस को जन्म दिया.
अब यह सामने आया है कि यह पैसा फिलिस्तीन के गाजा के लिए नहीं, बल्कि मोजंबिक के गाजा प्रांत में एड्स और एसटीडी (यौन संचारित रोगों) की रोकथाम के लिए भेजा गया था. जब मस्क से इस पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उनसे गलती हो सकती है और इसे सुधारना चाहिए. लेकिन उन्होंने यह भी पूछा कि चाहे यह मोजंबिक हो या कोई और जगह, इतनी बड़ी रकम केवल कंडोम के लिए क्यों भेजी जानी चाहिए?
50M of condoms is a LOT of condoms
— Elon Musk (@elonmusk) February 12, 2025
सरकार का बचाव
बाइडेन प्रशासन के एक पूर्व अधिकारी ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि यह फंड एड्स जैसी बीमारियों को रोकने के लिए था, कि किसी अन्य उद्देश्य के लिए. वहीं, मस्क के इस बयान पर लोग सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. मस्क के बयान ने कंडोम जैसे संवेदनशील मुद्दे पर एक नई बहस छेड़ दी है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस मामले में प्रशासन आगे क्या कदम उठाएगा.